नाजी शब्द हिटलर द्वारा 1921 मे स्थापित दल नेशनल सोशलिस्ट जर्मन वर्क्स पार्टी के नाम से निकला है। इसी दल को संक्षेप मे नाजी पार्टी कहा जाता था।
जर्मनी मे नाजी दल का उत्थान हिटलर के नेतृत्व मे हुआ।
हिटलर का जन्म आस्ट्रिया के एक गांव मे 1889 ई. मे हुआ था। गरीबी के कारण उसकी उच्च शिक्षा ग्रहण करने की इच्छा पूरी नही हुई। बाद मे हिटलर म्यूनिख चला गया और एक चित्रकार बन गया।
प्रथम विश्व युद्ध के समय हिटलर जर्मनी की सेना मे भर्ती हो गया युद्ध के दोरान असाधारण वीरता के कारण उसे आयरन क्रॉस मिला।
युद्धोपरांत वर्साय की संधि से उसे काफी दुख हुआ और उसने जर्मन वर्क्स पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
बाद मे जर्मन वर्क्स पार्टी का नाम बदलकर नेशनल सोशलिस्ट जर्मन वर्क्स पार्टी (राष्ट्रीय समाजवादी पार्टी) रखा। यह पार्टी नाजी पार्टी के नाम से प्रसिद्ध है।
1923 मे जर्मनी की गैर लोकतांत्रिक सरकार का तख्ता पलटने के प्रयास मे वह पकड़ा गया था तथा उसे सजा हो गई।
जेल मे ही उसने मेन केम्फ (मेरा संघर्ष) किताब लिखी। यह हिटलर की आत्मकथा है।
हिटलर वर्साय की संधि का विरोधी था, अतः जर्मन देश भक्त एवं पूर्व सैनिक अफसर नाजी पार्टी को समर्थन देने लगे।
हिटलर को उसके समर्थक फ्यूरर कहते थे।
हिटलर के अनुयायी बांह पर स्वास्तिक का चिंह लगाते थे।
हिटलर को राष्ट्रपति हिडेनबर्ग ने 1933 ई. में अपना प्रधानमंत्री (चांसलर) नियुक्त किया।
1934 ई. मे हिटलर जर्मनी का तानाशाह बन बैठा।
हिटलर का नारा था- एक राष्ट्र, एक देश, एक नेता।
हिटलर ने गुप्तचर पुलिस का संगठन किया, जिसे गेस्टापो कहा जाता है।
हिटलर यहूदियो से घृणा करता था।
नाजी दल का प्रचार कार्य गोएबल्स संभालता था।
चांसलर बनने के बाद हिटलर ने राष्ट्र संघ की सदस्यता त्याग दी।
1935 मे हिटलर ने पुनः शस्त्रीकरण की घोषणा की।
1 सितंबर 1939 ई. को की सेना ने पोलैंड पर आक्रमण किया। फलतः द्वितीय विश्व की शुरुआत हो गई।
द्वितीय विश्व युद्ध मेँ पराजय के कारण 1945 मे हिटलर ने आत्महत्या कर ली।