गवर्नर / गवर्नर जनरल / वायसराय
भारत के प्रथम गवर्नर जनरल थे - लॉर्ड विलियम बेंटिक R.A.S./R.T.S.(Pre) 1997
- रेग्युलेटिंग एक्ट, 1773 के तहत ब्रिटिश संसद के द्वारा बंगाल में पहली बार कॉलेजिस्ट सरकार की व्यवस्था की गई।
- इस सरकार में एक अध्यक्ष तथा चार सदस्यों का प्रावधान किया गया।
- अध्यक्ष को गवर्नर जनरल का पदनाम दिया गया।
- वारेन हेस्टिंग्स को 1774 ई. में बंगाल का प्रथम गवर्नर जनरल नियुक्त किया गया।
- 1833 के चार्टर एक्ट के द्वारा भारतीय प्रशासन को पूर्णतः केंद्रीकृत करने का प्रयास किया गया।
- इस एक्ट के द्वारा बंगाल के गवर्नर जनरल को भारत का गवर्नर जनरल बना दिया गया।
- 1833 ई. में लॉर्ड विलियम बेंटिक को भारत का प्रथम गवर्नर जनरल बनाया गया।
कलकत्ता में एशियाटिक सोसायटी की स्थापना के समय बंगाल का गवर्नर जनरल कौन था - लॉर्ड वारेन हेस्टिंग्स U.P.P.C.S.(R.I.) 2014
- 15 जनवरी, 1784 एशियाटिक सोसायटी की स्थापना के समय बंगाल के गवर्नर जनरल लॉर्ड वारेन हेस्टिंग्स (1773 - 1785 ई.) थे।
सुरक्षा प्रकोष्ठ की नीति संबंधित है - (रिंग फेंस) वारेन हेस्टिंग्स से U.P.P.C.S. (Pre) 2006
- रियासतों के प्रति प्रमुख ब्रिटिश नीतियां -----
- 1. कंपनी का भारतीय रियासतों से समानता के लिए संघर्ष (1740 - 1756 ई.)
- 2. सुरक्षा प्रकोष्ठ नीति या घेरे की नीति (1765 - 1813 ई.)
- 3. अधीनस्थ पार्थक्य की नीति (1813 - 1853 ई.)
- 4. अधीनस्थ संघ की नीति (1858 - 1935 ई.)
- 5. बराबर के संघ की नीति (1935 - 1947 ई.)
किसने बंगाल में द्वैध - शासन प्रणाली को समाप्त किया - वॉरेन हेस्टिंग्स B.P.S.C. (Pre) 2005/B.P.S.C. (Pre) 1996
- वारेन हेस्टिंग्स के कार्यकाल में 1772 में कोर्ट ऑफ डायरेक्टर्स ने दोहरी शासन प्रणाली को समाप्त करने का निर्णय लिया तथा कलकत्ता परिषद एवं उसके प्रधान को आज्ञा दी कि वे स्वयं दीवान बनें और बंगाल, बिहार तथा उड़ीसा के प्रबंध को अपने हाथ में ले लें।
- वारेन हेस्टिंग्स ने दोनों उप - दीवानों मुहम्मद रजा खां और राजा शिताब राय को पदच्युत कर दिया।
- द्वैध शासन जिसकी शुरुआत बंगाल में क्लाइव के समय में 1765 ई. से मानी जाती है, के अंतर्गत कंपनी दीवानी और निजामत के कार्यों का निष्पादन भारतीयों के माध्यम से करती थी, लेकिन वास्तविक शक्ति कंपनी के पास होती थी।
- क्लाइव समझता था कि समस्त शक्ति कंपनी के पास है तथा नवाब के पास सत्ता की केवल छाया ही है।
- उसने प्रवर समिति को लिखा था यह नाम यह छाया आवश्यक है तथा हमें इसको स्वीकार करना चाहिए।
किस गवर्नर जनरल पर महाभियोग का मुकदमा चलाया गया - वारेन हेस्टिंग्स M.P.P.C.S. (Pre) 1992
भारत में न्यायिक संगठन की स्थापना किसने की - लॉर्ड कार्नवालिस (कार्नवालिस संहिता) (कानून की विशिष्टता) (शक्तियों के पृथक्करण)
लॉर्ड कार्नवालिस की कब्र कहां स्थित है - गाजीपुर U.P.P.C.S. (Mains) 2011
- लॉर्ड कार्नवालिस 1786 - 1793 एवं 30 जुलाई, 1805 से 5 अक्टूबर, 1805 तक बंगाल का गवर्नर जनरल रहा।
- इसे भारत में इस्तमरारी अथवा स्थायी बंदोबस्त, न्यायिक संहिता एवं भारतीय लोक सेवा के प्रवर्तक के रुप में जाना जाता है।
- इसकी मृत्यु 5 अक्टूबर, 1805 को गाजीपुर (उ.प्र.) में हुई थी।
- यहीं पर इसकी कब्र स्थित है।
1802 की बेसिन की संधि पर हस्ताक्षर किसके मध्य हुए थे - अंग्रेज तथा बाजीराव II U.P.P.C.S. (Mains) 2012
- बेसीन की संधि दिसंबर, 1802 में पेशवा बाजीराव II और अंग्रेजों के मध्य हुई थी।
- इस सहायक संधि के तहत बाजीराव द्वितीय ने अंग्रेजों की संरक्षकता स्वीकार कर ली।
- इस संधि के शर्तो के अनुसार अंग्रेजों ने पेशवा को पूना में पुनः स्थापित करने के साथ लगभग 60 हजार सैनिक पेशवा की रक्षा हेतु उसके राज्य में रखने का वायदा किया जबकि इसके बदले में पेशवा ने अंग्रेजों को 26 लाख रु. वार्षिक आय वाले क्षेत्र प्रदान करने पर सहमति जताई।
लॉर्ड वेलेजली की सहायक संधि को स्वीकार करने वाला पहला मराठा सरदार था - पेशवा बाजीराव II B.P.S.C. (Pre) 1996
हैदराबाद (1798 तथा 1800) | मैसूर (1799) |
तंजौर (अक्टूबर, 1799) | अवध (नवंबर,1801) |
पेशवा (दिसंबर, 1802) | बरार के भोसले (दिसंबर, 1803) |
सिंधिया (फरवरी, 1804) | जोधपुर |
जयपुर | मच्छेरी |
बूंदी | भरतपुर |
सहायक संधि को स्वीकार करने वाला पहला शासक था - अवध का नवाब U.P.P.C.S. (Mains) 2011
- वेलेजली ने सहायक संधि का अविष्कार नहीं किया, इस प्रणाली का अस्तित्व पहले से ही था।
- संभवतः डूप्ले प्रथम यूरोपीय था, जिसने अपनी सेना किराए पर भारतीय राजाओं को दी थी।
- क्लाइव के काल से यह प्रणाली लगभग सभी गवर्नर जनरलों ने अपनाई थी।
- वेलेजली की विशेषता केवल यह थी कि उसने इसका विकास कर अपने संपर्क में आने वाले सभी देशी राजाओं के संबंधों में इसका प्रयोग किया।
- प्रथम सहायक संधि 1765 में अवध से की गई जब कंपनी ने निश्चित धन के बदले उसकी सीमाओं की रक्षा करने का वचन दिया और अवध ने एक अंग्रेज रेजीडेंट को लखनऊ में रखना स्वीकार किया।
नोटः- यदि प्रश्न में वेलेजली की सहायक संधि को स्वीकार करने वाले प्रथम राज्य के बारे में पूछा जाय तो उत्तर हैदराबाद होगा।
किसने सहायक संधि स्वीकार नहीं की थी - इंदौर के होल्कर राज्य ने U.P.P.C.S. (Spl) (Mains) 2004
- लॉर्ड वेलेजली (1798 - 1805) ने भारतीय राज्यों को अंग्रेजी राजनीतिक परिधि में लाने के लिए सहायक संधि का प्रयोग किया।
- इंदौर के होल्कर ने सहायक संधि स्वीकार नहीं की थी।
भारतीय राज्यों पर अंग्रेजी प्रभुत्व स्थापित करने के लिए किसने प्रशासन में सहायक संधि प्रणाली का सूत्रपात किया - लॉर्ड वेलेजली U.P.P.C.S. (Mains) 2016
- लॉर्ड वेलेजली प्रथम अंग्रेज था जिसने भारतीय राज्यों को अंग्रेजी राजनैतिक परिधि में लाने के लिए सहायक संधि प्रणाली का सूत्रपात किया।
- डूप्ले प्रथम यूरोपीय था जिसने भारत में सहायक संधि की नीति का अनुसरण किया तथा अपनी सेना भारतीय राजाओं को किराए पर दी।
- अंग्रेजों ने प्रथम सहायक संधि अवध के साथ 1765 ई. में की थी।
ईस्ट इंडिया कंपनी का राजपूत राज्यों में सहायक संधि करने का मुख्य उद्देश्य था - अंग्रेजों की प्रभुसत्ता स्थापित करना R.A.S./R.T.S.(Pre) 1992
- लॉर्ड वेलेजली ने भारतीय राज्यों को अंग्रेजी राजनैतिक परिधि में लाने के लिए सहायक संधि का प्रयोग किया।
- इससे अंग्रेजी सत्ता की श्रेष्ठता और प्रभुसत्ता स्थापित हो गई।
उस समय जब नेपोलियन की शक्ति के सामने यूरोप में साम्राज्य धराशायी हो रहे थे, किस गवर्नर जनरल ने भारत में ब्रिटिश पताका फहराए रखा - लॉर्ड वेलेजली I.A.S. (Pre) 1999
- लॉर्ड वेलेजली ने भारत की ओर 1797 में प्रस्थान किया, जो कि आंग्ल इतिहास में संभवतः सबसे अंधकारमय समय था।
- फ्रांस के विरुद्ध यूरोपीय शक्तियों का बना हुआ मोर्चा छिन्न - भिन्न हो चुका था।
- नेपोलियन मिस्त्र तथा सीरिया को विजित कर चुका था तथा गंभीरतापूर्वक भारत पर आक्रमण करने की सोच रहा था।
- ऐसी परिस्थिति में वेलेजली ने भारत में सहायक संधि प्रणाली का प्रयोग किया, जिससे अंग्रेजी सत्ता की श्रेष्ठता स्थापित हो गई और नेपोलियन का भय भी टल गया।
आंग्ल - नेपाल युद्ध जिसके शासनकाल में हुआ था, वह है - लॉर्ड हेस्टिंग्स U.P.P.C.S. (Mains) 2010
- आंग्ल - नेपाल युद्ध (1814 - 16) लॉर्ड हेस्टिंग्स के गवर्नर जनरल काल (1813 - 23) में हुआ था जो कि 1816 की सगौली की संधि से समाप्त हुआ था।
महत्वपूर्ण युद्ध - IMPORTANT WAR'S
बक्सर का युद्ध ः- हेक्टर मुनरो | आंग्ल - नेपाल युद्ध ः- लॉर्ड हेस्टिंग्स |
चतुर्थ आंग्ल - मैसूर युद्ध ः- लॉर्ड वेलेजली | तृतीय आंग्ल - मैसूर युद्ध ः- लार्ड कार्नवालिस |
द्वितीय आंग्ल - मैसूर युद्ध ः- वारेन हेस्टिंग्स | प्रथम आंग्ल - मैसूर युद्ध ः- वेरेलस्ट |
तृतीय आंग्ल - मराठा युद्ध ः- लॉर्ड हेस्टिंग्स |
सर टॉमस मुनरो किन वर्षों में मद्रास के गवर्नर रहे - 1820 - 1827 ई. U.P.P.C.S. (Pre) 2016
- सर टॉमस मुनरो 1820 - 1827 ई. तक मद्रास के गवर्नर रहे।
- दक्षिण भारत में भू-राजस्व वसूली हेतु लागू की गई व्यवस्था रैयतवाड़ी व्यवस्था थी।
- इस व्यवस्था के जन्मदाता टॉमस मुनरो और कैप्टन रीड थे, जिन्होंने सर्वप्रथम इसे तमिलनाडु के बारामहल जिले में लागू किया।
- उसके बाद यह व्यवस्था मद्रास, बंबई के कुछ हिस्सों असम और कुर्ग (आधुनिक कर्नाटक का एक भाग) में लागू की गई।
किस वर्ष बंगाल से दासों के निर्यात को रोक दिया गया - 1789 P.C.S. (Pre) 2013
- 1789 ई. की घोषणा द्वारा बंगाल से दासों का निर्यात बंद कर दिया गया।
- 1811 ई. एवं 1823 ई. में दासों के संबंध में कानून बनाए गए।
- 1833 ई. के चार्टर एक्ट में दासता को शीघ्र - अतिशीघ्र समाप्त करने के लिए गवर्नर से कानून बनाने को कहा गया।
- 1843 ई. में समस्त भाग से दासता को अवैध घोषित कर दिया गया।
- 1860 ई. में भारतीय दण्ड संहिता के अंतर्गत दासता को अपराध घोषित कर दिया गया।
ठगों के दमन से कौन संबद्ध था - कैप्टन स्लीमैन I.A.S. (Pre) 1997
सती प्रथा पर पाबंदी किसने लगाई - विलियम बेंटिक M.P.P.C.S. (Pre) 1993/M.P.P.C.S. (Pre) 1998/ U.P.P.C.S. (Pre) 1990/ U.P.P.C.S. (Mains) 2012
लॉर्ड डलहौजी द्वारा अवध का अंग्रेजी राज्य में विलय किस रीति से हुआ था - कुशासन के कारण P.C.S. (Pre) 2012
अवध | सतारा | जैतपुर |
संभलपुर | बघाट | उदयपुर |
झांसी | नागपुर | करौली |
अंग्रेजों द्वारा सिंध विजय संपन्न हुआ - लॉर्ड एलेनबरों के समय U.P.P.C.S. (Mains) 2012
- लॉर्ड एलेनबरों के काल (1842 - 1844) के दौरान अगस्त, 1843 में सिंध को पूर्ण रुप से ब्रिटिश साम्राज्य में मिला लिया गया।
- यह प्रथम आंग्ल - अफगान युद्ध का एक प्रमुख परिणाम था।
लॉर्ड कार्नवालिस | लॉर्ड वेलेजली | लॉर्ड हेस्टिंग्स | लॉर्ड विलियम बेंटिक |
स्थायी बंदोबस्त | सहायक संधि प्रणाली | तृतीय आंग्ल मराठा युद्ध | 1829 का सत्रहवां रेगुलेशन |
पेशवाई को कब समाप्त किया गया था - 1818 में U.P.P.C.S. (Mains) 2015
भारत में अंग्रेजों के समय में प्रथम जनगणना हुई - लॉर्ड मेयो के कार्यकाल में U.P.P.C.S. (Pre) 2000/U.P. Lower Sub. (Spl) (Pre) 2004
- भारत में अंग्रेजों के समय में प्रथम जनगणना लॉर्ड मेयो (1869 - 72) के काल में 1872 में प्रारंभ हुई, लेकिन रिपन के काल में नियमित जनगणना 1881 में शुरु हुई।
किस वायसराय की हत्या अंडमान निकोबार द्वीप समूह में (जब वे भ्रमण पर थे) एक दंडित अपराधी द्वारा की गई थी - लॉर्ड मेयो P.C.S. (Pre) 2010
- लॉर्ड मेयो (1869 - 72) की हत्या अंडमान निकोबार द्वीप समूह के भ्रमण के दौरान एक दंडित अपराधी द्वारा की गई थी।
- मेयो प्रथम गवर्नर जनरल था जिसकी हत्या उसके कार्यकाल में की गई।
कौन चतुराईपूर्ण निष्क्रियता की नीति के साथ जुड़ा है - जॉन लॉरेंस U.P.P.C.S. (Pre) 1997
- चतुराईपूर्ण निष्क्रियता या कुशल अकर्मण्यता की नीति आंग्ल - अफगान संबंध के पत्रिका में लॉर्ड एलनबरो के काल से प्रारंभ होकर लॉर्ड नार्थब्रुक के काल तक चलती रही।
- इस काल को कुशल अकर्मण्यता की नीति का काल कहा जाता है।
- इस नीति को प्रायः जॉन लॉरेंस के नाम से विशिष्ट रुप से संबंधित किया जाता है क्यों कि उसके वायसराय काल में इस नीति का अनुसरण करने का स्पष्ट अवसर मिला और इस नीति की रुपरेखा स्पष्ट रुप से निश्चित की गई।
कौन भारत का वायसराय सबसे दीर्घकाल तक रहा - लॉर्ड कर्जन U.P.P.C.S. (Mains) 2009
- ब्रिटिश वायसरायों में भारत के विषय में सर्वाधिक जानकारी रखने वाले वायसराय लॉर्ड कर्जन वायसरायों में सर्वाधिक दीर्घकाल तक रहा।
- लॉर्ड कर्जन - 1899 - 1905 = 7 वर्ष
भारत में स्थानीय स्वायत्त शासन को किसने प्रोत्साहित किया था - लॉर्ड रिपन U.P.P.C.S. (Pre) 1994
इलबर्ट बिल विवाद किससे संबंधित था - यूरोप के लोगों के मामलों की सुनवाई करने के लिए भारतीय न्यायाधीशों पर लगाई गई अयोग्यताओं को हटाया जाना I.A.S. (Pre) 2013
प्राचीन स्मारक संरक्षण एक्ट किस गवर्नर जनरल के कार्यकाल में पारित हुआ था - लॉर्ड कर्जन U.P.P.C.S. (Mains) 2005/U.P.U.D.A./L.D.A. (Spl) (Mains) 2010
- प्राचीन स्मारक संरक्षण अधिनियम, 1904 के द्वारा लॉर्ड कर्जन ने भारत में पहली बार ऐतिहासिक इमारतों की सुरक्षा एवं मरम्मत की ओर ध्यान देते हुए 50000 पौंड की धनराशि का आवंटन किया था।
- इस कार्य के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को एकीकृत एवं केंद्रीय स्वरुप देते हुए जॉन मार्शल को इसका नया महानिदेशक नियुक्त किया गया।
कौन भारत का एकमात्र यहूदी वायसराय था - लॉर्ड रीडिंग U.P.R.O./A.R.O. (Mains) 2014
- भारत का एकमात्र यहूदी वायसराय लॉर्ड रीडिंग (1921 - 1926) था।
- इसके समय में चौरी - चौरा घटना, स्वराज पार्टी का गठन तथा रौलेट एक्ट निरसित हुआ।
भारत में कर्जन के प्रशासन की तुलना औरंगजेब से किसने की थी - जी.के. गोखले U.P.P.C.S. (Mains) 2012
- लॉर्ड कर्जन ने अपने वायसराय काल (1899 - 1905) में भारतीय जनमानस की आकांक्षाओं की पूर्णतः अवहेलना करते हुए भारत में ब्रिटिश शासन को सुदृढ़ करने का प्रयास किया।
- गोपाल कृष्ण गोखले ने कर्जन के प्रशासन की तुलना मुगल सम्राट औरंगजेब से की थी।
फूट डालो और राज्य करो की रणनीति अपनाई गई थी - लॉर्ड कर्जन द्वारा U.P.R.O./A.R.O. (Mains) 2014
ब्रिटिश भारत की राजधानी का कलकत्ता से दिल्ली स्थानांतरण किसके काल में हुआ - लॉर्ड हार्डिंग U.P.U.D.A./L.D.A. (Pre) 2006
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