प्राचीन भारत में स्थापत्य कला
खजुराहो का कंदरिया महादेव मंदिर किसने बनवाया - चंदेल U.P.P.C.S. (Pre) 1991
- खजुराहो में 85 मंदिरों के निर्माण का उल्लेख मिलता है।
- ये मंदिर चंदेल शासकों द्वारा बनवाए गए।
- वर्तमान में इनमें से 30 मंदिर ही शेष है।
- ये मंदिर वैष्णव, शैव, शाक्त एवं जैन धर्म से संबंधित है।
- इन मंदिरों का निर्माण 950-1050 ई. के बीच कराया गया था।
- यहाँ के मंदिरों में कंदरिया महादेव मंदिर सर्वोत्तम है।
खजुराहो का मातंगेश्वर मंदिर समर्पित है - शिव को U.P.P.C.S. (GIC) 2010
- यह मंदिर संभवतः राजा धंग के काल में निर्मित हुआ।
- खजुराहों के मंदिरों का काल 950-1050 ई. के बीच है।
- इन मंदिरों की निर्माण शैली नागर है।
दशावतार मंदिर कहाँ स्थित है - झाँसी `M.P.P.C.S. (Pre) 2010
- दशावतार मंदिर देवगढ़ (झाँसी) में स्थित है।
- यह मंदिर गुप्तकालीन है।
तेली मंदिर का शिखर किस शैली में बना है - द्रविड़ शैली U.P.R.O./A.R.O. (Pre) 2016
- ग्वालियर के तेली मंदिर का शिखर द्रविड़ शैली में बना है।
- नक्काशियां एवं मूर्तिया उत्तर भारतीय शैली में बनीं है।
- इसकी वास्तुशैली में हिन्दू और बौद्ध वास्तुकला का मिश्रण है।
पालिताणा मंदिर कहाँ अवस्थित है - गुजरात के भावनगर जिले में I.A.S. (Pre) 2008
- पालिताणा का पवित्र जैन मंदिर गुजरात के भावनगर जिले की शत्रुंजय पहाड़ियों पर अवस्थित है।
- यह मंदिर जैन तीर्थंकर आदिनाथ को समर्पित है।
- ऋषभदेव या आदिनाथ ------ प्रतीक चिन्ह सांड
एलीफेंटा की गुफाएं मुख्यतः किस धर्म के मतावलंबियों के उपयोग के लिए काटकर बनाई गई थी - शैव धर्म U.P. Lower Sub. (Spl) (Pre) 2002/U.P.U.D.A./L.D.A. (Pre) 2003
- एलीफेंटा के प्रसिद्ध गुफा - मंदिरों का निर्माण राष्ट्रकूट शासकों द्वारा कराया गया था।
- यहाँ से पाँच गुफा - मंदिर प्राप्त हुए हैं जिनमें हिन्दू धर्म (मुख्यतः शिव) से संबंधित मूर्तियां है।
- यहाँ दो बौद्ध गुफाएं भी हैं। इन गुफाओं का निर्माण काल 5 वीं से 8 वीं ई. माना जाता है।
- यहाँ से प्रसिद्ध त्रिमूर्ति शिव की प्रतिमा प्राप्त हुई है।
- (निर्माण ---- राष्ट्रकूट) (त्रिमूर्ति ---- एलीफेंटा)
एलोरा में गुफाएं और शैल - कृत मंदिर है - हिन्दू - बौद्ध - जैन U.P.P.C.S. (Pre) 1998/I.A.S. (Pre) 1994
- एलोरा महाराष्ट्र के औरंगाबाद से लगभग 30 किलोमीटर पश्चिम में स्थित है।
- यहाँ कुल 34 शैलकृत गुफाएं हैं।
- ये गुफाएं विभिन्न कालों में बनी हैं और इनमें गुफा सं. 1 से 12 तक बौद्धों तथा 13 से 29 तक हिन्दुओं और 30 से 40 तक जैनियों से संबंधित हैं जो थोड़े - थोड़े अन्तर पर बनी है।
कोणार्क का सूर्य मंदिर किसने बनवाया था - नरसिंह देव वर्मन U.P.P.C.S. (Pre) 1993/U.P.P.C.S. (Pre) 1995/R.A.S./R.T.S (Pre) 1999
- पुरी स्थित कोणार्क सूर्यदेव का मंदिर नरसिंह देव वर्मन प्रथम चोडगंग ने बनवाया था।
- यह मंदिर 13 वींं शताब्दी का है।
- कोणार्क के सूर्य मंदिर को काला पैगोडा भी कहा जाता है।
मोढ़ेरा का सूर्य मंदिर किस राज्य में स्थित है - गुजरात P.C.S. (Pre) 2011
- मोढ़ेरा का सूर्य मंदिर गुजरात में स्थित है।
- इसका निर्माण सोलंकी वंश के राजा भीमदेव द्वारा 1026 ई. में कराया गया था।
लिंगराज मंदिर अवस्थित है - भुवनेश्वर में U.P.P.C.S. (Spl) (Mains) 2004/I.A.S. (Pre) 2001
- लिंगराज मंदिर उड़ीसा के भुवनेश्वर में स्थित है।
- इस मंदिर की शैली नागर है। ये आर्य नागर शैली का सर्वोत्तम मंदिर है।
- लिंगराज मंदिर का सबसे आकर्षक भाग इसका शिखर है जिसकी ऊंचाई 180 फुट है।
जगन्नाथ मंदिर किस राज्य में है - उड़ीसा M.P.P.C.S. (Pre) 1995
- जगन्नाथ मंदिर उड़ीसा राज्य के पुरी जिले में स्थित है।
- इसी राज्य में प्रसिद्ध लिंगराज मंदिर (भुवनेश्वर) तथा कोणार्क में सुर्य मंदिर (पुरी) स्थित है।
- ये सभी मंदिर नागर शैली में बने है।
अंकोरवाट का विष्णु मंदिर कहाँ स्थित है - कंबोडिया (1113 - 1150 ई.) U.P.P.C.S. (Pre) 1992/U.P.P.C.S. (Pre) 1995
- अंकोरवाट मंदिर समूह का निर्माण कंपूचिया (वर्तमान कंबोडिया) के शासक सूर्यवर्मन द्वितीय द्वारा 12 वीं शताब्दी के प्रारंभ में अपनी राजधानी यशोधरापुर (वर्तमान - अंगकोर) में कराया गया था।
- यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित द्रविड़ शैली का है।
- यूनेस्को की विश्व धरोहर में शामिल।
बोरोबदूर स्तूप कहाँ स्थित है - जावा U.P.P.C.S. (Mains) 2013
- बोरोबदूर का प्रख्यात स्तूप इंडोनेशिया के जावा द्वीप पर स्थित है।
- यह एक यूनेस्को द्वारा मान्य विश्व विरासत स्थल है।
महाबलीपुरम का सप्तरथ मंदिर बनवाया गया था - नरसिंह वर्मन द्वारा U.P.P.C.S. (Mains) 2015
- पल्लव शासक नरसिंह वर्मन प्रथम (630 - 668 ई.) के समय में मामल्ल शैली का विकास हुआ।
- इसके अंतर्गत दो प्रकार के स्मारक बने - मडंप तथा एकाश्मक मंदिर जिन्हें रथ कहा गया है।
- सप्तरथ मंदिर नरसिंह वर्मन प्रथम द्वारा बनवाया गया।
- इन रथों को सप्त पगोडा भी कहा जाता है।
कौन सा रथ मंदिर सबसे छोटा है - द्रौपदी रथ U.P.P.C.S. (Mains) 2011
- पल्लवकालीन मामल्ल शैली में बने रथों या एकाश्मक मंदिरों में द्रौपदी रथ सबसे छोटा है।
- इसमें किसी प्रकार का अलंकरण नहीं मिलता तथा यह सिंध एवं हाथी जैसे पशुओं के आधार पर टिका हुआ है।
सोनगिरी, जहाँ 108 जैन मंदिर बने हुए है, किसके सन्निकट स्थित है - दतिया U.P.P.C.S. (Pre) 2005
- सोनगिरी दतिया (मध्य प्रदेश) से 15 किलोमीटर दूरी पर स्थित है।
- यह दिगंबर जैनियों का पवित्र स्थान है।
- सोनगिरी के चारों ओर सफेद जैन मंदिर स्थापित है।
- वर्तमान में यहाँ 77 जैन मंदिर पहाड़ी पर और 26 गांव में स्थित है।
- इस प्रकार, इनकी कुल संख्या 103 है।
- पहाड़ी पर स्थित 57 वाँ मंदिर मुख्य मंदिर है जो भगवान चंद्रप्रभु से संबंधित है।
- (चंद्रप्रभु - 8 वें तीर्थंकर) ( चिन्ह - चंद्र)
दिलवाड़ा जैन मंदिर स्थित है - माउंट आबू में U.P.P.C.S. (GIC) 2010
- दिलवाड़ा के जैन मंदिर माउंट आबू (सिरोही, राजस्थान) में स्थित हैं।
- इनमें सबसे प्रसिद्ध विमल वासाही मंदिर है।
- चालुक्य शासक भीमदेव प्रथम (1022 - 1064 ई.) के सामंत विमलशाह ने इसे बनवाया था।
प्रसिद्ध विरुपाक्ष मंदिर कहाँ अवस्थित है - हम्पी I.A.S. (Pre) 2009
- विरुपाक्ष मंदिर कर्नाटक राज्य के बंगलुरु शहर से 350 किलोमीटर दूर हम्पी में स्थित है।
- यह मंदिर भगवान शिव के नाम से अर्पित है, जो यहाँ विरुपाक्ष के नाम से जाने जाते हैं।
प्रसिद्ध नौमिषारण्य तीर्थ कहाँ उपस्थित है - सीतापुर U.P.P.C.S. (Pre) 2002
- प्रसिद्ध नौमिषारण्य तीर्थ उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में स्थित है।
- यहाँ महर्षि दधींचि ने देवताओं को अपनी अस्थियाँ दान दी थीं, जिससे निर्मित वज्र द्वारा देवराज इंद्र ने दैत्यों का वध किया था।
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