खिलजी वंश
जब उसने राजत्व प्राप्त किया, तो वह शरियत के नियमों और आदेशों से पूर्णतया स्वतंत्र था। बरनी ने यह कथन किस सुल्तान के लिए कहा - अलाउद्दीन खिलजी B.P.S.C.(Pre) 2004
- जियाउद्दीन बरनी ने उक्त कथन अलाउद्दीन खिलजी के लिए कहा है।
- अलाउद्दीन दिल्ली का पहला सुल्तान था, जिसने धर्म पर राज्य का नियंत्रण स्थापित किया।
- उसने अपने आपको यामिनी - उल - खिलाफत नासिरी अमीर - उल - मुमनिन बताया।
कौन सा सुल्तान नया धर्म चलाना चाहता था किंतु उलेमा लोगों ने विरोध किया - अलाउद्दीन P.C.S. (Pre) 2003
- अलाउद्दीन खिलजी एक महत्वकांक्षी सुल्तान था।
- उसने सिकंदर द्वितीय सानी की उपाधि धारण की और उसे अपने सिक्कों पर अंकित करवाया।
- वह संपूर्ण विश्व को जीतने की अभिलाषा रखता था और वफादार मित्र एवं कोतवाल अलाउल - मुल्क की सलाह पर उसने अपना विचार त्याग दिया।
अलाउद्दीन खिजजी के प्रसिद्ध सेनापतियों में किसकी मंगोलों के विरुद्ध लड़ते हुए मृत्यु हुई - जफर खां B.P.S.C. (Pre) 1999
- अलाउद्दीन का प्रसिद्ध सेनापति जफर खां मंगोलों के विरुद्ध लड़ता हुआ मारा गया, जो अपने समय का श्रेष्ठ और साहसी सेनापति था।
- जफर खां के शौर्य और भारतीय सेना की दृढ़ता से मंगोल इतने प्रभावित हुए कि वे उसी रात को 30 कोस पीछे हट गए और वापस चले गए।
रानी पद्मिनी का नाम अलाउद्दीन की चित्तौड़ विजय से जोड़ा जाता है। उनके पति का नाम है - राणा रतन सिंह B.P.S.C. (Pre) 1999
- पद्मिनी की कहानी का आधार 1540 ई. में मलिक मुहम्मद जायसी द्वारा लिखित काव्य - पुस्तक पदमावत है।
किस सुल्तान के बारे में कहा जाता है कि उसने भूमि - कर को उत्पादन के 50 % तक कर दिया था - अलाउद्दीन खिलजी P.C.S. (Pre) 2003
- अलाउद्दीन खिलजी ने उपज का 50 % भूमिकर (खराज) के रुप में निश्चित किया।
- अलाउद्दीन खिलजी भारत का प्रथम मुस्लिम शासक था जिसने भूमि की वास्तविक आय पर राजस्व निश्चित किया था।
- इसने भूमि की पैमाइश करा कर लगान निर्धारित किया था।
- अलाउद्दीन ने दो नवीन कर मकान कर और चराई कर लगाए थे।
- मुहम्मद बिन तुगलक द्वारा भी उपज का 50 % भू - राजस्व वसुले जाने का वर्णन मिलता है।
अलाउद्दीन खिलजी के आक्रमण के समय देवगिरि का शासक कौन था - रामचंद्र देव U.P.P.C.S. (Mains) 2005
- अलाउद्दीन के आक्रमण के समय देवगिरि का शासक रामचंद्र देव था।
- 1296 ई. में देवगिरिके शासक रामचंद्र देव ने अलाउद्दीन के सफल आक्रमण से बाध्य होकर उसे प्रति वर्ष एचिलपुर की आय भेजने का वादा किया था लेकिन 1305 ई. और 1306 ई. में उसने उस कर को दिल्ली नहीं भेजा।
- जिस कारण 1307 ई. में अलाउद्दीन ने मलिक काफूर के नेतृत्व में एक सेना देवगिरि पर आक्रमण करने के लिए भेजी।
- राजा रामचंद्र देव युद्ध में पराजित हुआ और उसने आत्मसमर्पण कर दिया।
- मलिक काफूर ने देवगिरि को लूटा तथा राजा रामचंद्र सहित उसके अनेक संबंधियों को दिल्ली लाया।
- अलाउद्दीन ने रामचंद्र देव के प्रति सम्मानपूर्ण व्यवहार किया तथा उसे राय रायन की उपाधि दी।
- छः माह बाद उसे एक लाख सोने का टंका और नवसारी का जिला देकर उसके राज्य वापस भेज दिया गया।
- 1312 ई. में मलिक काफूर ने रामचंद्र के पुत्र शंकरदेव के विरुद्ध भी एक अभियान का नेतृत्व किया था।
किसने कृष्ट जमीनों की पैमाइश के बाद जमीन की मालगुजारी वसूल कि - अलाउद्दीन खिलजी U.P.P.C.S. (Pre) 1994
- अलाउद्दीन की लगान व्यवस्था संपूर्ण साम्राज्य में समान रुप से लागू नहीं की जा सकती थी।
- भूमि की पैमाइश करके किसानों से सरकारी कर्मचारियों द्वारा लगान वसूल किए जाने की व्यवस्था दिल्ली और उसके सीमावर्ती क्षेत्रों में लागू की गई थी।
- अलाउद्दीन पहला सुल्तान था जिसने भूमि की पैमाइश करा कर लगान वसूल करना आरंभ किया।
- अपनी व्यवस्था को लागू करने के लिए अलाउद्दीन ने एक पृथक विभाग दीवान - ए - मुस्तखराज की स्थापना की।
- अलाउद्दीन ने परंपरागत लगान अधिकारियों (खुत्त, मुकद्दम, चौधरी) से लगान वसूल करने का अधिकार छीन लिया था।
- उनके सारे विशेषाधिकार समाप्त कर दिए गए।
- उनकी भूमि पर से कर लिया जाने लगा और बाकी अन्य सभी कर भी लिए गए जिसके कारण खुत्त (जमींदार) और बलाहार (साधारण किसान) में कोई अंतर नहीं रहा।
किसने दिल्ली में मूल्य नियंत्रण लागू किया - अलाउद्दीन खिलजी U.P.P.C.S. (Mains) 2005
- अलाउद्दीन ने मूल्य नियंत्रण की नीति लागू की।
- अलाउद्दीन ने अपने बाजार नियंत्रण की सफलता के लिए कुशल कर्मचारी नियुक्त किए।
- मलिक काफूर को शहना या बाजार का अधीक्षक नियुक्त किया।
- उसके कार्य में सहायता देने के लिए घुड़सवारों और पैदल व्यक्तियों की विशाल टुकड़ी दी गई।
- उसे विस्तृत अधिकार दिए गए।
- वह सारे व्यापारियों पर नियंत्रण रखता था और बाजार की कीमतों पर उतार - चढ़ाव तथा बाजार की सामान्य स्थिति की सूचना सुल्तान को देता था।
- बरनी इन बाजार सुधारों का उद्देश्य मंगोलों के विरुद्ध एक विशाल सेना तैयार करना तथा हिंदुओं में विद्रोह के विचार न पनपने देना बताता है।
किस सुल्तान ने बाजार सुधार लागू किए थे - अलाउद्दीन खिलजी M.P.P.C.S. (Pre) 2014
मुस्लिम बादशाहों में से किस एक ने मूल्य नियंत्रण पद्धति को पहली बार लागू किया - अलाउद्दीन खिलजी U.P. Lower Sub. (pre) 1998/U.P.P.C.S. (GIC) 2010/U.P. Lower Sub. (pre) 2004
- सल्तनत काल में अलाउद्दीन खिलजी द्वारा बाजार नियंत्रण या मूल्य नियंत्रण पद्धति को लागू किया गया था।
- अलाउद्दीन ने केन्द्र में एक बड़ी और स्थायी सेना रखी तथा उसे नगद वेतन दिया।
- उस सेना का व्यय बहुत अधिक था।
- बरनी के अनुसार -----
- यदि उतनी बड़ी सेना को साधारण वेतन भी दिया जाता, तो राज्य का खजाना पांच या छः वर्ष में ही समाप्त हो जाता। अतः अलाउद्दीन ने सेना के खर्च में कमी करने के लिए सैनिकों के वेतन में कमी की।
- लेकिन उसके सैनिक सुविधापूर्वक रह सकें, इसके लिए उसने वस्तुओं के मूल्य निश्चित किए और उनकी दरें कम कर दी।
बाजार नियंत्रण प्रथा लागू की थी - अलाउद्दीन खिलजी U.P.P.C.S. (Pre) 1992
किस मध्यकालीन शासक ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली प्रारंभ की थी - अलाउद्दीन खिलजी ने U.P.P.C.S. (Mains) 2010
- सल्तनत कालीन शासक अलाउद्दीन खिलजी ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली प्रारंभ की थी।
घरी अथवा ग्रहकर लगाने वाला दिल्ली का प्रथम सुल्तान कौन था - अलाउद्दीन खिलजी U.P.P.C.S. (Mains) 2011
- अलाउद्दीन खिलजी द्वारा लगाए गए दो नवीन कर थे - घरी कर जो कि घरों एवं झोपड़ियों पर लगाया जाता था तथा चराई कर जो कि दुधारु पशुओं पर लगाया जाता था।
1306 ई. सन् के बाद अलाउद्दीन खिलजी के समय में दिल्ली के सुल्तान तथा मंगोलों के बीच सीमा क्या थी - सिंधु U.P.P.C.S. (Pre) 2014
- 1306 ई. के बाद अलाउद्दीन खिलजी के समय में दिल्ली सल्तनत एवं मंगोलों के बीच सीमा सिंधु नदी थी।
- सुल्तान गयासुद्दीन तुगलक के समय में शिर मुगल के नेतृत्व में (1325 ई. में) मंगोल सेना ने सिंधु को अवश्य पार किया था लेकिन समाना के सुबेदार मलिक शादी ने उन्हें हरा दिया था।
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