स्वाधीनता संग्राम काल की कुछ प्रमुख कृतियाँ
पुस्तक लेखक
अनहैप्पी इंडिया लाला लाजपत राय
गीता रहस्य बाल गंगाधर तिलक
बंदी जीवन शचींद्र नाथ सान्याल
इंडियन होमरूल महात्मा गांधी
इंडिया डिवाइडेड राजेंद्र प्रसाद
इंडिया टुडे रजनी पाम दत्त
इंडियन इस्लाम टाइटस
नेशन इन मेकिंग सुरेन्द्रनाथ बनर्जी
पाकिस्तान एंड द पार्टीशन ऑफ इंडिया बी. आर. अंबेडकर
भवानी मंदिर बारीन्द्र कुमार घोष
द फिलॉसफी ऑफ द बॉम्ब भगवती चरण बोहरा
माई एक्सपेरिमेंट विद ट्रुथ महात्मा गांधी
सत्यार्थ प्रकाश दयानंद सरस्वती
इंडियन स्ट्रगल सुभाषचंद्र बोस
पावर्टी एंड अनब्रिटिश रूल इन इंडिया दादाभाई नौरोजी
आनंद मठ बंकिमचंद्र चटर्जी
इंडिया विन्स फ्रीडम मौलाना अबुल कलाम आजाद
तराना-ए- हिंद मोहम्मद इकबाल
डिस्कवरी ऑफ इंडिया जवाहरलाल नेहरू
इंडिया फ्रॉम कर्जन टू नेहरू एंड आफ्टर दुर्गा दास
द स्कोप ऑफ हैप्पीनेस विजयलक्ष्मी पंडित
इंडियाज पास्ट आर्थर ए. मैक्डॉनल
इंडिया एंड इंडियन मिशन एलेक्जेंडर डफ
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम वी. डी. सावरकर
पथेर दावी शरतचंद्र चट्टोपाध्याय
लाइफ डिवाइन अरविंद घोष
सोंग ऑफ इंडिया सरोजिनी नायडू
गीतांजलि, गोरा रवीन्द्रनाथ टैगोर
नेशन्स वॉयस राधाकृष्णन
गैदरिंग स्टॉर्म लैपियरे, कॉलिंस
एसेज़ ऑन गीता अरविंद घोस
नील दर्पण दीनबंधु मित्र
द बन्च ऑफ ओल्ड लेटर्स जवाहरलाल नेहरू
हिंट्स फॉर सेफ कल्चर लाला हरदयाल
इंडियन फिलॉसफी डॉ. राधाकृष्णन
इंडिया अरेस्ट वैलेन्टाइन शिरोल
इंडिया ए नेशन ऐनी बेसन्ट
इकोनोमिक हिस्ट्री ऑफ इंडिया आर. सी. दत्त
इंडियन रेनेसां सी. एफ. एडूज
क्रीसेंट मून, पोस्ट ऑफिस रवीन्द्रनाथ टैगोर
द रिडल्स ऑफ़ हिंदुइज्म भीमराव अंबेडकर
इंडियन डायरी ई. एस. मांटेग्यू
कमेंटरीज ऑफ द कुरान सैय्यद अहमद खान
ग्लिम्पसेज ऑफ वर्ल्ड हिस्ट्री जवाहरलाल नेहरू
माई अली लाइफ, हिंद स्वराज महात्मा गांधी
रिलिजन एंड सोशल रिफॉर्म एम. जी. रानाडे
ब्रिटिश भारत में प्रकाशित समाचार-पत्र : एक दृष्टि में
समाचार पत्र भाषा वर्ष प्रकाशन स्थल संस्थापक/संपादक
टाइम्स ऑफ इंडिया अंग्रेजी 1861 बम्बई रॉबर्ट नाइट
स्टेट्स मैन अंग्रेजी 1875 कलकत्ता रॉबर्ट नाइट
पायनियर अंग्रेजी 1865 इलाहाबाद जॉर्ज एलन
सिविल एण्ड मिलीट्र गजट अंग्रेजी 1876 लाहौर रॉबर्ट नाइट
अमृत बाजार पत्रिका बंग्ला 1868 कलकत्ता मोतीलाल घोष/शिशिर कुमार घोष
सोम प्रकाश बंग्ला 1859 कलकत्ता ईश्वरचंद्र विद्यासागर
हिन्दू अंग्रेजी 1878 मद्रास वीर राघवाचारी
केसरी ,मराठा मराठी,अंग्रेजी 1881 बम्बई तिलक (प्रारंभ में अगरकर के सहयोग से)
नेटिव ओपिनियन अंग्रेजी 1864 बम्बई बी. एन. मांडलिक
बंगाली अंग्रेजी 1879 कलकत्ता सुरेन्द्रनाथ बनर्जी
बम्बई दर्पण मराठी 1832 बंबई बाल शास्त्री
कॉमन वील अंग्रेजी 1914 एनी बेसेंट
कवि वचन सुधा हिन्दी 1867 संयुक्त प्रांत (उ. प्र.) भारतेन्दु हरिश्चंद्र
हरिश्चंद्र मैगजीन हिन्दी 1872 संयुक्त प्रांत (उ. प्र.) भारतेन्दु हरिश्चंद्र
हिंदुस्तान स्टैंडर्ड अंग्रेजी 1899 सच्चिदानंद सिन्हा
हिंदी प्रदीप हिन्दी 1877 संयुक्त प्रांत (उ. प्र.) बालकृष्ण
इंडियन रिव्यू अंग्रेजी मद्रास जी. ए. नटेशन
यंग इंडिया अंग्रेजी 1919 अहमदाबाद महात्मा गाँधी
नव जीवन हिन्दी, गुजराती 1919 अहमदाबाद महात्मा गाँधी
हरिजन हिन्दी, गुजराती 1933 पूना महात्मा गाँधी
इंडिपेंडेस अंग्रेजी 1919 मोतीलाल नेहरू
आज हिन्दी शिव प्रसाद गुप्त
हिंदुस्तान टाइम्स अंग्रेजी 1920 दिल्ली के. एम. पाणिकर
नेशनल हेराल्ड अंग्रेजी 1938 दिल्ली जवाहरलाल नेहरू
उदन्त मार्तण्ड हिन्दी(प्रथम) 1826 कानपुर जुगल किशोर
द ट्रिब्यून अंग्रेजी 1877 चंडीगढ़ सर दयाल सिंह मजीठिया
अल हिलाल उर्दू 1912 कलकत्ता मौलाना अबुल कलाम आजाद
अल बिलाग उर्दू 1913 कलकत्ता मौलाना अबुल कलाम आजाद
कामरेड अंग्रेजी मुहम्मद अली जिन्ना
हमदर्द उर्दू मुहम्मद अली जिन्ना
प्रताप पत्र हिन्दी 1910 कानपुर गणेश शंकर विद्यार्थी
गदर अंग्रेजी,पंजाबी 1913,1914 सैन फ्रांसिस्को लाला हरदयाल
हिन्दू पैट्रियाट अंग्रेजी 1855 हरिश्चंद्र मुखर्जी
समाचार एजेंस स्थापना वर्ष
ए. पी. आई. (असोसिएट प्रेस ऑफ इंडिया) 1880
फ्री प्रेस न्यूज सर्विस 1905
यू. पी. आई. (यूनाइटेड प्रेस ऑफ इण्डिया) 1927
प्रेस पर लगाए गए प्रतिबंध (Restrictions on Press)
प्रेस नियंत्रण अधिनियम, 1799 : ब्रिटिश भारत में प्रेस पर क़ानूनी नियंत्रण की शुरुआत सबसे पहले तब हुई जब लॉर्ड वेलेजली ने प्रेस नियंत्रण अधिनियम द्धारा सभी समाचार- पत्रों पर नियंत्रण (सेंसर) लगा दिया। ततपशचात सन् 1818 में इस प्री-सेंसरशिप को समाप्त कर दिया गया।
भारतीय प्रेस पर पूर्ण प्रतिबंध, 1823 : कार्यवाहक गवर्नर जरनल जॉन एडम्स ने सन् 1823 में भारतीय प्रेस पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया। इसके कठोर नियमो के अंतर्गत मुद्रक तथा प्रकाशक को मुद्रणालय स्थापित करने हेतु लाइसेंस लेना होता था तथा मजिस्ट्रेट को मुद्रणालय जब्त करने का भी अधिकार था। इस प्रतिबंध के चलते राजा राममोहन राय की पत्रिका 'मिरात-उल-अख़बार' का प्रकाशन रोकना पड़ा।
लिबरेशन ऑफ दि इंडियन प्रेस अधिनियम, 1835 : लॉर्ड विलियम बेटिक ने समाचार -पत्रों के प्रति उदारवादी दृष्टिकोण अपनाया। इस उदारता को और आगे बढ़ाते हुए चार्ल्स मेटकॉफ ने सन् 1823 के भारतीय अधिनियम को रद्द कर दिया। अत: चार्ल्स मेटकॉफ को भारतीय समाचार- पत्र का मुक्तिदाता कहा जाता है। सन् 1835 के अधिनियम के अनुसार मुद्रक तथा प्रकाशन के लिए प्रकाशन के स्थान की सूचना देना जरुरी होता था।
लाइसेंसिंग अधिनियम, 1857 : सन् 1857 के विद्रोह से निपटने के लिए ब्रिटिश सरकार ने एक वर्ष की अवधि के लिए बिना लाइसेंस मुद्रणालय रखने और प्रयोग पर प्रतिबंध लगा दिया।
पंजीकरण अधिनियम, 1867 : इस अधिनियम के अंतर्गत प्रत्येक मुद्रिक पुस्तक तथा समाचार-पत्र पर मुद्रक, प्रकाशक और मुद्रण स्थान का नाम होना अनिवार्य था तथा प्रकाशन के एक मास के भीतर पुस्तक की एक प्रति स्थानीय सरकार को नि: शुल्क भेजनी होती थी। सन् 1869 -70 में हुए वहाबी विद्रोह के कारण ही सरकार ने राजद्रोही लेख लिखने वालों के लिए आजीवन अथवा कम काल के लिए निर्वासन् या फिर दण्ड का प्रावधान रखा।
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