अपश्रव्य ध्वनियाँ किस आवृत्ति की यांत्रिक तरंगों से निकलती है – जिन यांत्रिक तरंगों की आवृत्ति 20 हर्ट्ज से कम होती हैं।
शांत तालाब में पत्थर मारने पर किस प्रकार की तरंग उत्पन्न होती है – अनुप्रस्थ तरंग
यांत्रिक तरंगों को ध्वनि तरंगे भी कहते हैं। क्यों – क्योंकि यांत्रिक तरंगों के साथ ही ध्वनि भी उत्पन्न होती है।
किस प्रकार के तरंगों का संचरण सभी माध्यमों से हो सकता है – अनुदैर्ध्य तरंगों
भूकंप के समय कौन-सी तरंगें निकलती हैं – अपश्रव्य यांत्रिक तरंगें
अनुप्रस्थ तरंग में माध्यम के कणों का कम्पन कैसे होता है – तरंग की दिशा के लम्बवत होता है
ऐसी तरंगे जिनका ध्रुवीकरण नहीं हो सकता कहलाती हैं – अनुदैर्ध्य तरंगें
अनुदैर्ध्य तरंग में माध्यम के कणों का कंपन होता है – तरंग की दिशा में होता है
चंद्रमा पर दो व्यक्ति एक दूसरे की बातों को क्यों नही सुन सकते – क्योंकि चंद्रमा पर वायुमंडल न होने के कारण ध्वनि तरंगों का संचरण नहीं हो पाता।
निकटतम दो संपीडन या निकटतम दो विरलन के बीच की दूरी को क्या कहते हैं – तरंगदैर्ध्य
कौन सी तरंगे शून्य/निर्वात में संचरण नहीं कर सकती – ध्वनि (यांत्रिक) तरंगे
रस्सी के सिरे को पकड़ कर हाथ से धीरे-धीरे झटका देने पर कैसी तरंगें उत्पन्न होती है – अनुप्रस्थ
किसी नदी या समुद्र में निमज्जित वस्तु का पता लगाने के लिए किस उपकरण का उपयोग किया जाता है – सोनार नामक उपकरण का
समुद्र में डूबी वस्तु का पता लगाने के लिए किस यंत्र का प्रयोग किया जाता है – सोनार (Sound Navigation and Ranging)
गाल्टन सीटी किस काम आता है – विशेष रूप में प्रशिक्षित कुत्तों को गुप्त संदेश देने में
वह उपकरण जो ध्वनि तरंगों की पहचान तथा ऋजुरेखन के लिए प्रयुक्त होता है – सोनार
शिकार, परभक्षियों या बाधाओं का पता लगाने के लिए चमगादड़ व डॉल्फिन किन परिघटना का प्रयोग करते हैं – पराश्रव्य ध्वनि तरंगें उत्पन्न कर व प्रतिध्वनि निर्धारण द्वारा
हृदय के कंपन से कौन-सी तरंगें उत्पन्न होती है – अपश्रव्य तरंगें
जैव पध्दति जिसमें पराश्रव्य ध्वनि का उपयोग किया जाता है – सोनोग्राफी
पराश्रव्य ध्वनियों की आवृत्ति कितनी होती है – 20,000 हर्ट्ज से अधिक
गामा किरणों का क्या उपयोग है – कीटाणु नाशक के रूप में, खाद्य पदार्थों को सुरक्षित रखने में व कैंसर के इलाज इत्यादि
रेडियो या दूरदर्शन के प्रसारण में ध्वनि संदेशों के संचरण हेतु किस का माडुलन किया जाया है – आवृत्ति माडुलन
दूरदर्शन के संकेत एक निश्चित दूरी के बाद नहीं मिल सकते क्यों – पृथ्वी की सतह वक्रीय होने के कारण
दूरदर्शन प्रसारण में चित्र संदेशों के संचरण हेतु किसका माडुलन किया जाता है – आयाम माडुलन का
प्रति दीप्ति नलिका में प्रारंभ में उत्पन्न विकिरण होता है – पराबैगनी विकिरण
दीर्घ रेडियो तरंगें पृथ्वी के वायुमंडल के किस मंडल से परावर्तित होती है – आयन मंडल से
जाली दस्तावेजो का पता किन किरणों द्वारा लगाया जाता है – पराबैगनी किरणों द्वारा
जीवाणु के निराकरण के लिए किस विकिरण का प्रयोग किया जाता है – पराबैगनी विकिरण
क्रिस्टलों की संरचना जानने के लिए किन तरंगों का प्रयोग करते हैं – एक्स किरणें
ध्वनि तरंगों, ऊष्मा तरंगों, जल तरंगों, रस्सी में उत्पन्न तरंगों में कौन सी तरंगे विद्युत चुंबकीय है – ऊष्मा तरंगें
गामा किरणों, एक्स किरणों, अवरक्त किरणों, बीटा किरणों में से कौन विद्युत चुंबकीय तरंग नहीं है – बीटा किरणें
आयन मंडल कितनी ऊँचाई पर स्थित है – लगभग 80 से 400 किमी. ऊंचाई के मध्य
एक विद्युत चुंबकीय तरंग का तरंग दैर्ध्य 2000Å है। इस तरंग का नाम क्या है – पराबैगनी विकिरण
पराबैगनी विकिरण, एक्स किरणे, सूक्ष्म किरणों व गामा / किरणों को तरंग दैर्ध्य के आरोही क्रम क्या होंगे – गामा किरणें < एक्स किरणें < पराबैगनी किरणें < सूक्ष्म किरणे
गामा किरणों का क्या उपयोग है – कीटाणु नाशक के रूप में, खाद्य पदार्थों को सुरक्षित रखने में व कैंसर के इलाज इत्यादि
रेडियो या दूरदर्शन के प्रसारण में ध्वनि संदेशों के संचरण हेतु किस का माडुलन किया जाया है – आवृत्ति माडुलन
दूरदर्शन के संकेत एक निश्चित दूरी के बाद नहीं मिल सकते क्यों – पृथ्वी की सतह वक्रीय होने के कारण
दूरदर्शन प्रसारण में चित्र संदेशों के संचरण हेतु किसका माडुलन किया जाता है – आयाम माडुलन का
प्रति दीप्ति नलिका में प्रारंभ में उत्पन्न विकिरण होता है – पराबैगनी विकिरण
दीर्घ रेडियो तरंगें पृथ्वी के वायुमंडल के किस मंडल से परावर्तित होती है – आयन मंडल से
जाली दस्तावेजो का पता किन किरणों द्वारा लगाया जाता है – पराबैगनी किरणों द्वारा
जीवाणु के निराकरण के लिए किस विकिरण का प्रयोग किया जाता है – पराबैगनी विकिरण
क्रिस्टलों की संरचना जानने के लिए किन तरंगों का प्रयोग करते हैं – एक्स किरणें
ध्वनि तरंगों, ऊष्मा तरंगों, जल तरंगों, रस्सी में उत्पन्न तरंगों में कौन सी तरंगे विद्युत चुंबकीय है – ऊष्मा तरंगें
गामा किरणों, एक्स किरणों, अवरक्त किरणों, बीटा किरणों में से कौन विद्युत चुंबकीय तरंग नहीं है – बीटा किरणें
आयन मंडल कितनी ऊँचाई पर स्थित है – लगभग 80 से 400 किमी. ऊंचाई के मध्य
एक विद्युत चुंबकीय तरंग का तरंग दैर्ध्य 2000Å है। इस तरंग का नाम क्या है – पराबैगनी विकिरण
पराबैगनी विकिरण, एक्स किरणे, सूक्ष्म किरणों व गामा / किरणों को तरंग दैर्ध्य के आरोही क्रम क्या होंगे – गामा किरणें < एक्स किरणें < पराबैगनी किरणें < सूक्ष्म किरणे
ध्वनि किस रूप में यात्रा करती – अनुदैर्ध्य तरंगो के रूप में
वायु में ध्वनि का वेग कितना है – 0°C पर 332 मी./से.
सोते हुए व्यक्ति को जगाने हेतु किस तीव्रता की ध्वनि पर्याप्त होती है – 50 डेसीबल
पानी, लोहा व नाइट्रोजन में ध्वनि के वेगों का आरोही क्रम क्या होगा – नाइट्रोजन < पानी < लोहा
ध्वनि तरंगों का विवर्तन क्या है – ध्वनि का अवरोध के किनारों से मुड़कर आगे बढ़ाना
ध्वनि के किस गुण के कारण हम अपने मित्रों की आवाज सुनकर पहचान लेते हैं – गुणवत्ता
तेज चलने वाले रेल इंजन की सीटी जब वह स्टेशन को पार करती है, तो आरोह-अवरोह करता सुनाई पड़ती है। इसे क्या कहते हैं – डॉप्लर प्रभाव
महिलाओं की आवाज पुरूषों से तीक्ष्ण क्यों होती हैं – क्योंकि महिलाओं आवाज का तारत्व अधिक होता है
सितार का तार व बांसुरी का वायु स्तम्भ किस तरह के माध्यम हैं –बध्द माध्यम
ध्वनि की चाल किस पदार्थ (माध्यम) में सबसे तीव्र होती है – ओसियम धातु में क्योंकि इसका घनत्व सबसे अधिक अर्थात् यह सबसे भारी धातु है
अप्रगामी तरंगे किस माध्यम में उत्पन्न होती हैं – बध्द माध्यम में
न्यूनतम आवृत्ति किस स्वरक की है – सा (265 Hz)
किन तरंगों का ध्रुवण नहीं होता – अनुदैर्ध्य तरंगों का
सर्वाधिक आवृत्ति किस स्वरक की होती है – नी (494 Hz)
जब एक सितार और बांसुरी पर एक ही स्वर बजाया जाए तो उनसे उत्पन्न ध्वनि का भेद किस अंतर के कारण किया जाता है – केवल ध्वनि गुणता के कारण
भारतीय संगीत पध्दति में कुल कितने स्वरक होते हैं – सात (सा, रे, गा, मा, पा, धा, नी)
ध्वनि का तारत्व किस पर निर्भर करता है - आवृत्ति पर