1. वर्ल्ड बैंक की ताजा रिपोर्ट (2020-21) के अनुसार नेपाल ने तरक्की करके किस आय स्तर में अपना स्थान बनाया है - निम्न-मध्य (लोअर-मिडिल)
- नेपाल पहले निम्न आय ग्रुप (गरीब) में था, लेकिन ताजा रिपोर्ट में वह निम्न मध्य (लोअर मिडिन) इनकम ग्रुप में आ गया है।
- विश्व बैंक हर साल विभिन्न देशों को चार इनकम ग्रुप में बांटता है -
- (i) निम्न (लोअर)
- (ii) निम्न-मध्य (लोअर-मिडिल)
- (iii) ऊपरी-मध्य (अपर-मिडिल)
- (iv) उच्च आय। (हाई इनकम)
- विश्व बैंक के अनुसार किसी देश की प्रति व्यक्ति आय 1036 डॉलर सालाना से कम है, तो वो सबसे निम्न स्तर या गरीब देशों की श्रेणी में आता है।
- किसी भी देश की सकल राष्ट्रीय आय (GNI) को वर्तमान अम्रेरिकी डॉलर्स में बदला जाता है, इससे यह तय होता है।
- वर्ल्ड बैंक के अनुसार सालाना आय स्तर आधार पर नेपाल अब निम्न-मध्य आय अर्थव्यवस्था वाला बन गया।
- नेपाल ने 2 साल पहले 22 मई 2018 को ऐलान किया था कि वह 10 सालों के अंदर एक निम्न-मध्यम आय वाले देशों में आने का प्रयास करेगा।
- लेकिन समय से पहले ही नेपाल ने यह लक्ष्य हासिल कर लिया।
- भारत की क्या स्थिति -
- भारत पहले भी निम्न मध्यम (लोअर मिडिल) इनकम ग्रुप में था और ताजा रिपोर्ट में भी इसी कैटेगरी में है।
2. जून 2020 के मासिक माइक्रो इकोनॉमिक रिपोर्ट के अनुसार कोविड-19 के इफेक्ट से भारत की जीडीपी कितना सिकुड़ जाएगी - 4.5%
मंथली माइक्रो इकोनॉमिक रिपोर्ट को इसी महीने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जारी किया है।
- फाइनेंशियल ईयर 2020-21 में देश की जीडीपी ग्रोथ रेट माइनस 4.5 रहेगी।
- देश की जीडीपी का आकार करीब 203 लाख करोड़ रुपये है।
- अप्रैल तक सरकार को उम्मीद थी कि विकास दर 1.9% तक रहेगी।
- लेकिन जो ताजा रिपोर्ट जारी हुई है, उसके अनुसार जीडीपी ग्रोथ रेट माइनस 4.5 फीसदी रहेगी।
- IMF का अनुमान क्या है?
- इससे पहले IMF ने जून महीने में वर्ल्ड इकनॉमिक आउटलुक जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में 2020 में 4.9% का संकुचन होगा।
3. वैश्विक रियल एस्टेट पारदर्शिता सूचकांक में भारत की रैंक क्या है - 34वें
- वैश्विक रियल एस्टेट पारदर्शिता सूचकांक में भारत का स्थान 34वां रहा है।
- रियल एस्टेट बाजार से जुड़े नियामकीय सुधार, बाजार से जुड़े बेहतर आंकड़े और हरित पहलों के चलते देश की रैंकिंग में एक अंक का सुधार हुआ है।
- वैश्विक संपत्ति सलाहकार कंपनी जेएलएल इस द्वि-वार्षिक सर्वेक्षण को करती है।
- देश के रियल एस्टेट बाजार को वैश्विक स्तर पर ‘आंशिक-पारदर्शी’ श्रेणी में रखा गया है।
- सूचकांक में कुल 99 देशों की रैंकिंग की गयी है।
- इसमें शीर्ष स्थान पर ब्रिटेन है।
- भारत के पड़ोसी देश चीन की इस सूचकांक में रैंकिंग 32, श्रीलंका की 65 और पाकिस्तान की 73वीं है।
- शीर्ष 10 देशों को उच्च पारदर्शी, 11 से 33 को पारदर्शी श्रेणी में रखा गया है।
4. किस केंद्रीय मंत्री ने क्लाइमेट एक्शन पर वर्चुअल सम्मेलन के चौथे संस्करण में भारत का प्रतिनिधित्व किया - प्रकाश जावडेकर
- क्लाइमेट एक्शन पर वर्चुअल मिनिस्ट्रियल का चौथा संस्करण यूरोपीय संघ, चीन और कनाडा द्वारा सह-अध्यक्षता में आयोजित किया गया।
- बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने किया।
- इसमें संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन ऑन क्लाइमेट चेंज (UNFCCC) के तहत पेरिस समझौते को पूरी तरह से लागू करने पर चर्चा को आगे बढ़ाने का भी लक्ष्य रखा गया।
5. हाल ही में चर्चित ‘गोल्डन बर्डविंग’ संबंधित है - भारत कि सबसे बड़ी तितली
- हाल ही में हिमालयी तितली ‘गोल्डन बर्डविंग’ (वैज्ञानिक नाम ‘ट्रॉइडस आइकस’) को 88 वर्षों के बाद भारत की सबसे बड़ी तितली के रूप में खोजा गया।
- ‘मादा गोल्डन बर्डविंग’ को उत्तराखंड के दीदीहाट से जबकि ‘नर गोल्डन बर्डविंग’ मेघालय के शिलांग में ‘वानखर तितली संग्रहालय’ से खोजा गया।
- इस प्रजाति के पंखों की लंबाई 194 मिलीमीटर तक होती है।
- इस प्रजाति की मादा गोल्डन बर्डविंग, दक्षिणी बर्डविंग (190 मिलीमीटर) की तुलना में मामूली रूप से बड़ी होती है।
- इससे पहले सबसे बड़ी भारतीय तितली जो वर्ष 1932 में दर्ज की गई थी वह ‘दक्षिणी बर्डविंग’ प्रजाति से ही संबंधित थी।
6. संयुक्त राष्ट्र नशीली दवा व अपराध कार्यालय की वर्ल्ड ड्रग रिपोर्ट के अनुसार, किस देश ने 2018 में अफीम की सबसे अधिक जब्ती की सूचना दी - ईरान
- संयुक्त राष्ट्र नशीली दवा व अपराध कार्यालय की नवीनतम वर्ल्ड ड्रग रिपोर्ट के अनुसार, ईरान से 2018 में अफीम की उच्चतम जब्ती हुई थी।
- ईरान में लगभग 644 टन अफीम जब्त की गई, इसके बाद अफगानिस्तान में 27 टन और पाकिस्तान में 19 टन अफीम मिली।
- भारत को 4 टन के साथ चौथे स्थान पर रखा गया है।
- इसके अलावा, हेरोइन जब्ती की सूची में भारत 1.3 टन के साथ दुनिया में 12वें स्थान पर था।
7. किस वित्तीय संस्थान ने भारत के नमामि गंगे कार्यक्रम का समर्थन करने के लिए 400 मिलियन अमरीकी डालर का ऋण स्वीकृत किया है - विश्व बैंक
- विश्व बैंक और भारत सरकार ने हाल ही में नमामि गंगे कार्यक्रम के लिए सहायता प्रदान करने के लिए एक ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
- इस कार्यक्रम का उद्देश्य गंगा नदी का कायाकल्प करना है।
- 400 मिलियन अमरीकी डालर के फंड में 381 मिलियन अमरीकी डालर का ऋण और 19 मिलियन अमरीकी डालर तक की गारंटी शामिल है।
8. हाल ही में किस देश ने WHO से अलग होने कि अधिकारिक घोषणा किया - अमेरिका
- अमेरिकी प्रशासन ने औपचारिक रूप से विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से अपनी सदस्यता वापस लेने के लिये संयुक्त राष्ट्र को अधिसूचित किया है।
- हालाँकि WHO से अमेरिकी प्रशासन की वापसी अगले वर्ष तक प्रभावी नहीं होगी, जिसका अर्थ है कि परिस्थितियों में बदलाव होने पर इसे रद्द किया जा सकता है।
- यह सूचना संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस को भेजी गई है और यह 06 जुलाई 2021 से प्रभावी होगी।
- अमेरिकी राष्ट्रपति के मुताबिक, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) अपने दायित्त्वों का निर्वाह करने में विफल रहा है और संगठन ने वायरस के बारे में चीन के ‘दुष्प्रचार’ को बढ़ावा दिया है, जिसके कारण संभवतः वायरस ने और अधिक गंभीर रूप धारण कर लिया अमेरिका विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का सबसे बड़ा दानकर्त्ता है और प्रतिवर्ष उसे 400 मिलियन डॉलर से भी अधिक राशि प्रदान करता है।
9. ‘विश्व ज़ूनोसिस दिवस’ कब मनाया जाता है - 6 जुलाई
- हाल ही में ‘संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम’ (UNEP) तथा ‘अंतर्राष्ट्रीय पशुधन अनुसंधान संस्थान’ (International Livestock Research Institute- ILRI) द्वारा COVID-19 महामारी के संदर्भ में ‘प्रिवेंटिंग द नेक्स्ट पेंडेमिक: ज़ूनोटिक डिजीज़ एंड हाउ टू ब्रेक द चेन ऑफ ट्रांसमिशन’ नामक रिपोर्ट प्रकाशित की गई है।
- इस रिपोर्ट में मनुष्यों में होने वाली ज़ूनोटिक बीमारियों की प्रकृति एवं प्रभाव पर चर्चा की गई है।
- 6 जुलाई, 1885 को फ्रांसीसी जीवविज्ञानी लुई पाश्चर द्वारा सफलतापूर्वक जूनोटिक बीमारी रेबीज़ के खिलाफ पहला टीका विकसित किया था।
- रिपोर्ट के अनुसार, मनुष्यों में 60% ज्ञात ज़ूनॉटिक रोग हैं तथा 70% ज़ूनोटिक रोग ऐसे है जो अभी ज्ञात नहीं हैं।
- विश्व में हर वर्ष निम्न- मध्यम आय वाले देशों में 10 लाख लोग ज़ूनोटिक रोगों के कारण मर जाते हैं।
- रिपोर्ट के अनुसार, अगर पशुजनित बीमारियों की रोकथाम के प्रयास नहीं किये गए तो COVID-19 जैसी अन्य महामारियों का आगे भी सामना करना पड़ सकता है।
- जूनोसिस / जूनोटिक रोग:
- ऐसे रोग जो पशुओं के माध्यम से मनुष्यों में फैलते है उन्हें जूनोसिस या जूनोटिक रोग कहा जाता है।
- जूनोटिक संक्रमण प्रकृति या मनुष्यों में जानवरों के अलावा बैक्टीरिया, वायरस या परजीवी के माध्यम से फैलता है।
- एचआईवी-एड्स, इबोला, मलेरिया, रेबीज़ तथा वर्तमान कोरोनावायरस रोग (COVID-19) जूनोटिक संक्रमण के कारण फैलने वाले रोग हैं।
10. कोविड-19 महामारी की वजह से किस एजुकेशन बोर्ड ने पहली बार करीब 30% सिलेबस को कम करने का फैसला किया है - सीबीएसई
- HRD मिनिस्टर रमेश पोखरियाल निशंक ने ऐलान किया कि क्लास 9th से 12th के सिलेबस कम किए गए हैं।
- जबकि इससे नीचे वाले क्लास के मामले में स्कूल को खुद ही डिसीजन लेने को कहा गया है।
- दरअसल, कोविड-19 की वजह से स्कूल बंद है और कुछ जगहों पर क्लासेज ऑनलाइन चल रही हैं।
- सीबीएसई चेयरमैन – मनोज आहूजा
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