21 May 2021 Current Affairs In Hindi
1. हाल ही में चर्चा में रहा चुनावी बॉण्ड क्या है - राजनीतिक दलों को दान देना
- चुनावी बॉन्ड से मतलब एक ऐसे बॉण्ड से होता है जिसके ऊपर एक करेंसी नोट की तरह उसकी वैल्यू या मूल्य लिखा होता है। यह बॉण्ड; व्यक्तियों, संस्थाओं और संगठनों द्वारा राजनीतिक दलों को पैसा दान करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
- वर्ष 2017 के बजट से पहले यह नियम था कि यदि किसी राजनीतिक पार्टी को 20 हजार रुपये से कम का चंदा मिलता है तो उसे चंदे का स्रोत बताने की जरुरत नही थी। इसी का फायदा उठाकर अधिकतर राजनीतिक दल कहते थे कि उन्हें जो भी चंदा मिला है वह 20 हजार रुपये प्रति व्यक्ति से कम है इसलिए उन्हें इसका स्रोत बताने की जरुरत नही है। इस व्यवस्था के चलते देश में काला धन पैदा होता था और चुनाव में इस धन का इस्तेमाल कर चुनाव जीत लिया जाता था। कुछ राजनीतिक दलों ने तो यह दिखाया कि उन्हें 80-90 प्रतिशत चंदा 20 हजार रुपये से कम राशि के फुटकर दान के जरिये ही मिला था।
- चुनाव आयोग की सिफारिश के आधार पर 2017 के बजट सत्र में सरकार ने गुमनाम नकद दान की सीमा को घटाकर 2000 रुपये कर दिया था। अर्थात 2000 रुपये से अधिक का चंदा लेने पर राजनीतिक पार्टी को यह बताना होगा कि उसे किस स्रोत से चंदा मिला है।
- विधानसभाओं के चुनाव के दौरान तमिलनाडु, पुद्दुचेरी, पश्चिम बंगाल, असम और केरल में 695.34 करोड़ रुपए के चुनावी बॉण्ड बेचे गए।
- वर्ष 2018 में योजना शुरू होने के बाद से किसी भी विधानसभा चुनाव में चुनावी बॉण्ड से प्राप्त यह राशि सबसे अधिक थी।
- चुनावी बॉण्ड राजनीतिक दलों को दान देने हेतु एक वित्तीय साधन है।
- चुनावी बॉण्ड बिना किसी अधिकतम सीमा के 1,000 रुपए, 10,000 रुपए, 1 लाख रुपए, 10 लाख रुपए और 1 करोड़ रुपए के गुणकों में जारी किये जाते हैं।
- भारतीय स्टेट बैंक इन बॉण्डों को जारी करने और भुनाने (Encash) के लिये अधिकृत बैंक है, ये बॉण्ड जारी करने की तारीख से पंद्रह दिनों तक वैध रहते हैं।
- केवल वे राजनीतिक दल ही चुनावी बॉण्ड प्राप्त करने के योग्य हैं जो जन-प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 29(A) के तहत पंजीकृत हैं और जिन्होंने बीते आम चुनाव में कम-से-कम 1% मत प्राप्त किया है।
- बॉण्ड किसी भी व्यक्ति (जो भारत का नागरिक है) द्वारा जनवरी, अप्रैल, जुलाई और अक्टूबर के महीनों में प्रत्येक दस दिनों की अवधि हेतु खरीद के लिये उपलब्ध होते हैं, जैसा कि केंद्र सरकार द्वारा निर्दिष्ट किया गया है।
- एक व्यक्ति या तो अकेले या अन्य व्यक्तियों के साथ संयुक्त रूप से बॉण्ड खरीद सकता है।
- बॉण्ड पर दाता के नाम का उल्लेख नहीं किया जाता है।
- इसमें दो प्रमुख समस्याएँ हैं →
- 1. पारदर्शिता की कमी, क्योंकि जनता को यह नहीं पता कि कौन किसको क्या दे रहा है और बदले में उन्हें क्या मिल रहा है ?
- 2. मंत्रालयों के माध्यम से केवल सरकार के पास ही इसकी जानकारी रहती है।
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2. हाल ही बंगाल की खाड़ी और उत्तरी अंडमान सागर एक नये चक्रवाती तूफान आने की संभावना है, जो है - यास चक्रवात
- पश्चिमी तट पर गंभीर चक्रवाती तूफान ताउते के आने के बाद एक अन्य चक्रवात यास’ (cyclone Yaas) के 26-27 मई को पूर्वी तट पर पहुंचने का अनुमान है।
- चक्रवात का ‘यास’ नाम ओमान ने दिया है।
- फारसी भाषा में Yaas का अर्थ जहां चमेली का फूल होता है वहीं उर्दू में निराशावाद कहते हैं। यह साल 2021 का दूसरा चक्रवाती तूफान होगा।
- मेकानू चक्रवात → 2018 (ओमान)
- वायु चक्रवात → 2019 (गुजरात)
- निसर्ग चक्रवात → 2020 (महाराष्ट्र)
- तौकते चक्रवात → 2021 (अरब सागर)
- वर्ष 2018 के बाद से इन सभी चक्रवातों को या तो 'गंभीर चक्रवात' (Severe Cyclone) या उससे ऊपर की श्रेणी में रखा गया है।
- वर्ष 2020 में बंगाल की खाड़ी ने तीन चक्रवाती तूफान उत्पन्न हुए, जबकि अरब सागर में दो चक्रवाती तूफान आए।
- उत्तरी अटलांटिक और पूर्वी प्रशांत → हरिकेन (Hurricanes)
- दक्षिण-पूर्व एशिया एवं चीन → टाइफून (Typhoons)
- दक्षिण-पश्चिम प्रशांत और हिंद महासागर क्षेत्र → उष्णकटिबंधीय चक्रवात (Tropical Cyclones)
- उत्तर-पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया → विली-विलीज़ ( Willy-Willies)
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3. हाल ही में तेलंगाना सरकार ने कौन सी पायलट परियोजना शुरु की - मेडिसिन फ्रॉम द स्काई
- इस परियोजना में ड्रोन के ज़रिये दवाओं की डिलीवरी करना शामिल है।
- नागरिक उड्डयन मंत्रालय की मंजूरी के पश्चात् इस परियोजना की शुरूआत की जा रही है।
- मंत्रालय ने वैक्सीन की डिलीवरी हेतु प्रायोगिक बियॉन्ड विज़ुअल लाइन ऑफ साइट (BVLOS) ड्रोन उड़ानों के संचालन के लिये मानव रहित विमान प्रणाली नियम, 2021 से तेलंगाना सरकार को सशर्त छूट दी है।
- इस परियोजना को तेलंगाना सरकार, विश्व आर्थिक मंच और हेल्थनेट ग्लोबल के सहयोग से संचालित किया जाएगा।
- हेल्थनेट ग्लोबल (HealthNet Global) एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी है जो व्यक्तियों, परिवारों, मेडिकेयर और व्यवसायों हेतु गुणवत्तापूर्ण किफायती स्वास्थ्य सुविधाएँ प्रदान करती है।
- इसमें स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं को बिना बाधित किये आपातकालीन स्थिति के दौरान तथा दुर्लभ भौगोलिक क्षेत्रों में लोगों की जान बचाने की क्षमता है।
- ड्रोन नियामक या नीति, 2018 के तहत नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एयर स्पेस को रेड ज़ोन (उड़ान की अनुमति नहीं), येलो ज़ोन (नियंत्रित हवाई क्षेत्र) और ग्रीन ज़ोन (स्वचालित अनुमति) में विभाजित किया है।
4. हाल ही में दुनिया का सबसे बड़ा हिमखंड टूटकर अलग हुआ है - अंटार्कटिका ग्लेशियर से
- एक हिमखंड हाल ही में अंटार्कटिका महाद्वीप से टूट कर अलग हुआ है। यह हिमखंड (iceberg) अब दुनिया का सबसे बड़ा हिमखंड है। इसे A-76 नाम दिया गया है।
- यह आइसबर्ग 170 किलोमीटर लंबा और 25 किलोमीटर चौड़ा है। इस आइसबर्ग को कॉपरनिकस सेंटिनल (Copernicus Sentinel) नामक एक यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के उपग्रह द्वारा देखा गया था।
- यह आइसबर्ग अब वेडेल सागर (Weddell Sea) पर तैर रहा है। वेडेल सागर पश्चिमी अंटार्कटिक में एक बड़ी खाड़ी है।
- समुद्र तल पर हिमखंड का प्रभाव →
- हर बार जब अंटार्कटिका से कोई हिमखंड निकलता है, तो यह समुद्र के स्तर को बढ़ा देता है। हालाँकि, इस मामले में, जिस बर्फ की शेल्फ़ से यह बर्ग टूट कर अलग हुआ है, वह पहले से ही पानी पर तैर रही थी।
- जिस आइस शेल्फ़ से A-76 टूट कर अलग हुआ है, उसे रोन आइस शेल्फ़ (Ronne Ice Shelf) कहा जाता है।
- A-76 के पूर्ववर्ती (Predecessor of A-76) →
- A-76 से पहले, A-74 हिमखंड अंटार्कटिका से निकला था। ये दोनों घटनाएँ प्राकृतिक थीं। अंटार्कटिका में निश्चित अंतराल पर बर्फ का जमना और फिर से बढ़ना खण्डों में टूटना स्वाभाविक रूप से होता रहता है। यह प्रक्रिया क्षेत्र में बर्फ के स्तर को बनाए रखने में मदद करती है। हालांकि, इस क्षेत्र में गर्म पानी की आमद इस प्राकृतिक प्रक्रिया को प्रभावित कर रही है और उस दर को बढ़ा रही है जिस पर हिमखंड टूटते हैं।
- अथाबास्का ग्लेशियर » कनाडा
- बाल्टोरा ग्लेशियर » एशिया
- साइबेरिया ग्लेशियर » रुस
- अंटार्कटिका में बर्फ की चादरें 2060 तक जलवायु परिवर्तन बिंदु की ओर बढ़ रही हैं।
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5. हाल ही में किस राज्य ने ‘ब्लैक फंगस’ यानी ‘म्युकरमाइकोसिस’ को महामारी (Epidemic) घोषित किया है - राजस्थान
- केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों से कहा है कि वह ‘म्युकरमाइकोसिस’ को एपिडेमिक डिजीज एक्ट 1897 के तहत महामारी घोषित करें।
- राजस्थान में ‘ब्लैक फंगस’ यानी ‘म्युकरमाइकोसिस’ को महामारी (Epidemic) घोषित किया गया है।
- ‘ब्लैक फंगस’ यानी ‘म्युकरमाइकोसिस’ एक गंभीर लेकिन दुर्लभ कवक संक्रमण है।
- यह म्युकरमायसिटिस (Mucormycetes) नामक फफूँद (Molds) के कारण होता है, जो पर्यावरण में प्रचुर मात्रा में मौजूद है।
- यह मुख्य रूप से उन लोगों को प्रभावित करता है, जिन्हें स्वास्थ्य संबंधी समस्याएंँ हैं या वे ऐसी दवाओं का सेवन करते हैं, जो कीटाणुओं और बीमारी से लड़ने की शरीर की क्षमता को कम करती हैं।
- इसके अलावा डायबिटीज़/मधुमेह से पीड़ित लोगों को भी ‘ब्लैक फंगस’ संक्रमण का खतरा अधिक होता है।
- हाल ही में तमिलनाडु, तेलंगाना व हरियाणा ने भी इस बीमारी को महामारी घोषित किया है।
6. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा प्रस्तुत कितने स्थलों को यूनेस्को द्वारा अस्थायी सूची में शामिल किया गया है - 6
- भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा प्रस्तुत 9 में से 6 स्थलों को यूनेस्को द्वारा अस्थायी सूची में शामिल कर लिया गया है।
- 1. महाराष्ट्र में मराठा सैन्य वास्तुकला।
- 2. कर्नाटक में बंगाल महापाषाण स्थल।
- 3. मध्य प्रदेश में भेड़ा घाट - लम्हेटा घाट।
- 4. वाराणसी में गंगा घाट।
- 5. कांचीपुरम के मंदिर।
- 6. सतपुड़ा टाइगर रिजर्व।
- ये प्रस्ताव 1 साल के लिये अस्थायी सूची में रहेंगे जिसके बाद सरकार तय करेगी कि उनमें से किसे यूनेस्को अंतिम डोजियर में पेश करना है।
- इन 6 स्थलों को शामिल करने के साथ, यूनेस्को के पास भारत की अस्थायी सूची में 48 प्रस्ताव में।
- यूनेस्को विश्व भर में सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहर (जिसे मानवता के लिये उत्कृष्ट मूल्य माना जाता है) की पहचान, संरक्षण और सुरक्षा को प्रोत्साहित करने की कोशिश करता है।
- यूनेस्को द्वारा वर्ष 1972 में अपनाई गई विश्व सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहरों के संरक्षण से संबंधित कन्वेंशन नामक एक अंतर्राष्ट्रीय संधि में यह सन्निहित है।
- भारत में 30 सांस्कृतिक, 7 प्राकृतिक और 1 मिश्रित सहित कुल 38 विश्व धरोहर स्थल हैं।
- मुख्यालय - पेरिस (फ्राँस)
- गठन - 16 नवंबर, 1945
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7. हाल ही में जे के दत्त का निधन हो गया, वह संबंधित है - NSG के पूर्व चीफ
- साल 2008 में मुंबई में हुए आतंकवादी हमलों के दौरान कमांडो का नेतृत्व करने वाले राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के पूर्व महानिदेशक जे के दत्त (72 वर्ष) का कोविड-19 संबंधी जटिलताओं के कारण बुधवार को गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया।
- राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्ननाथ पहाड़िया का निधन हो गया।
- हाल ही में भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री चमन लाल गुप्ता का निधन हो गया।
- हाल ही में तमिल लेखक और लोकगीतकार कि. राजनारायण का भी निधन हो गया।
- इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष डॉ. के.के.अग्रवाल का निधन हो गया।
- BCCI रेफरी राजेन्द्र सिंह जडेजा का निधन हो गया।
- प्रसिद्ध गणितज्ञ एम.एस. नरसिम्हन का निधन हो गया।
- CBI के पूर्व अधिकारी रागोथमन का निधन हो गया।
8. विश्व मधुमक्खी दिवस कब मनाया जाता है - 20 मई
- विश्व मधुमक्खी दिवस (World Bee Day) हर साल 20 मई को विश्व स्तर पर मनाया जाता है।
- इस दिन, 20 मई को, मधुमक्खी पालन के प्रणेता एंटोन जानसा (Anton Janša) का जन्म 1734 में स्लोवेनिया (Slovenia) में हुआ था।
- दुनिया के खाद्य उत्पादन का लगभग 33% मधुमक्खियों पर निर्भर करता है, इसलिए वे जैव विविधता के संरक्षण, प्रकृति में पारिस्थितिक संतुलन और प्रदूषण को कम करने में सहायक हैं।
- विश्व मधुमक्खी दिवस 2021 का विषय "बी एंगेज्ड: बिल्ड बैक बेटर फॉर बीज़ (Bee engaged: Build Back Better for Bees)" है।
- विश्व मेट्रोलॉजी दिवस भी 20 मई को मनाया जाता है।
- 20 मई 1875 को 17 देशों के प्रतिनिधियों ने मैट्री / मीटर कन्वेशन पर हस्ताक्षर किया था।
- मेट्री कन्वेशन ने माप के विज्ञान में वैश्विक सहयोग के लिये रुपरेखा निर्धारित किया है।
- विश्व मेट्रोलॉजी दिवस को अंतर्राष्ट्रीय भार और माप ब्यूरो और अंतर्राष्ट्रीय कानून माप विज्ञान संगठन द्वारा संयुक्त रुप से मनाया जाता है।
- मेट्रोलॉजी माप का अध्ययन है।
- अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय दिवस → 18 मई
- विश्व दूरसंचार दिवस → 17 मई,
- अंतर्राष्ट्रीय प्रकाश दिवस, अंतर्राष्ट्रीय कृषि पर्यटन दिवस, डेंगू दिवस → 16 मई
- अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस → 15 मई
- National Anti-Terrorism Day, Interational Tea Day → 21 मई
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9. भारत EY के अक्षय ऊर्जा के सूचकांक पर किस स्थान पर है - तीसरा स्थान
- सौर फोटोवोल्टिक (PV) मोर्चे पर असाधारण प्रदर्शन के कारण भारत, EY के अक्षय ऊर्जा देश आकर्षण सूचकांक में तीसरे स्थान पर एक पायदान ऊपर चला गया है।
- भारत पिछले सूचकांक (चौथे) से एक स्थान ऊपर (तीसरा) चला गया है, यह मुख्य रूप से सौर PV मोर्चे पर असाधारण प्रदर्शन के कारण है।
- अमेरिका ने RECAI 57 पर शीर्ष स्थान बरकरार रखा है, चीन एक उत्साही बाजार बना हुआ है और दूसरे स्थान पर कायम है।
- भारत ने हाल ही में अमेरिका द्वारा आयोजित जलवायु शिखर सम्मेलन में 2030 तक अक्षय ऊर्जा विद्युत् क्षमता (स्थापित) के लिए 450 GW स्थापित करने के लिए भी प्रतिबद्ध किया।
- हाल ही में भारत 115 देशों के बीच वैश्विक ऊर्जा संक्रमण सूचकांक में 87 वें स्थान पर है।
- सौर फोटोवोल्टिक →
- यह एक ऐसी प्रौद्योगिकी है जो धूप को सीधे विद्युत परिवर्तित करती है, नवीकरणीय ऊर्जा उद्योग की सबसे तेज उत्पादक भागों में से एक है।
- पारंपरिक सौर से सिलिकान से तैयार किये जाते हैं।
- बड़े पैमाने पर पी.वी.संयंत्रों का इस्तेमाल बिजली उत्पादन के लिये किया जाता है जिसे ग्रीड में उपयोग किया जाता है।
10. हाल ही में सुर्ख़ियों में रहा फरजाद-बी विशाल गैस क्षेत्र किस देश में स्थित है - ईरान
- हाल ही में ईरान ने भारत को फरजाद-बी गैस परियोजना से बाहर कर दिया।
- जिसकी खोज भारत की ONGC विदेश लिमिटेड ने की थी। इससे भारत को 3 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है।
- ईरान ने अब इस गैस फिल्ड को खुद ही विकसित करने का फैसला किया है।
- इससे पहले ईरान ने चाबहार रेलवे लिंक परियोजना के लिए भारत के 2 अरब डॉलर के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था।
- हाल ही में ईरान ने 25 साल के लिए 400 अरब डॉलर का समझौता चीन के साथ किया है।
- नेशनल ईरानी ऑयल कंपनी (NIOC) ने ईरान में स्थित फरजाद-बी गैस फील्ड के विकास के लिए पेट्रोपर्स ग्रुप के साथ 1.78 बिलियन डॉलर के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं।
- ONGC विदेश लिमिटेड (OVL) के पास इस ब्लॉक में 40 प्रतिशत भागीदारी हित (participating interest) है, जिसमें पहली बार ओएनजीसी के नेतृत्व वाले एक संघ द्वारा गैस की खोज की गई थी।
- इसने अब ईरान में गैस क्षेत्र के विकास अधिकार ईरानी पेट्रोपर्स समूह (Iranian Petropars Group) के हाथों खो दिए हैं।
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Current Affairs किसी भी Competitive Exam में Cutoff से अधिक अंक प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पूरे देश में प्रतिदिन बहुत सी घटनाएँ घटती हैं किन्तु उनमें से परीक्षा की दृष्टी से कुछ ही महत्वपूर्ण होते हैं। हमारी Current Affairs की Research Team ऐसे प्रश्नों का संकलन कर आपके लिए Most Important Question तैयार करती है और Current Affairs के विशेषज्ञों द्वारा इसका विवरण भी तैयार किया जाता है। Current Affairs न सिर्फ आपकी परीक्षा में आपको ज्यादा स्कोर दिलाते हैं बल्कि वे जागरूक भी बनाते हैं जिससे आपकी मान प्रतिष्ठा भी बढती है। इसीलिए Daily Current Affairs के साथ साथ आपको Daily Previous Day के प्रश्नों को Revise कराया जाता है।