काशी सदैव से भारतीय संस्कृति का केन्द्र रहा है।
गाँधीजी का चरखा चलाना ‘स्वदेशी’ का प्रतीक था।
वन-जीवन के कष्टों का भय भी सीता को राम के अनुगमन से रोक नहीं सका।
अपनी कुशल रणनीति से शिवाजी ने विपक्षियों के छक्के छुड़ा दिये थे।
‘काशी सदैव से भारतीय संस्कृति का केन्द्र रहा है।’ यह अशुद्ध वाक्य है। क्योंकि इस वाक्य में ‘काशी’ शब्द कर्ता है जो सदैव स्त्रीलिंग में प्रयुक्त होता है। अतः ‘रहा है’ के स्थान पर ‘रही है’ होना चाहिए। शेष सभी शुद्ध वाक्य हैं।
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