एडुसैट
जीसैट - 1
स्कार्पियन सैटेलाइट
बुल की आंख
भारत आखिरकार अपना सबसे उन्नत भू-इमेजिंग उपग्रह (geo-imaging satellite - GiSAT-1) लॉन्च करेगा, जो दिन में 4-5 बार देश की इमेजिंग करके पाकिस्तान और चीन के साथ अपनी सीमाओं सहित उपमहाद्वीप की बेहतर निगरानी की अनुमति देगा।
उपग्रह को 12 अगस्त को श्रीहरीकोटा से प्रक्षेपित किया जाएगा।
इसरो का GSLV-F10 रॉकेट आखिरकार 2,268 किलोग्राम वजनी Gisat-1, कोडनेम EOS-3 को जियो-ऑर्बिट में डाल देगा।
यह इस साल भारत का प्राथमिक उपग्रह का पहला प्रक्षेपण होगा।
एक बार अंतरिक्ष युद्धाभ्यास के बाद भूस्थिर कक्षा में पृथ्वी से 36, 000 किमी ऊपर स्थापित होने के बाद, उन्नत 'आकाश में आंख (eye in the sky)' लगातार रुचि के क्षेत्रों की निगरानी कर सकती है (उपग्रह पृथ्वी के घूर्णन के साथ समन्वयित हो जाएगा और इसलिए स्थिर दिखाई देगा) और निचली कक्षाओं में रखे गए अन्य सुदूर संवेदन उपग्रहों के विपरीत एक बड़े क्षेत्र के बारे में वास्तविक समय की जानकारी देगा जो केवल नियमित अंतराल पर एक स्थान पर आते हैं। EOS-3 प्राकृतिक आपदाओं, प्रासंगिक और अल्पकालिक घटनाओं की त्वरित निगरानी को भी सक्षम करेगा।
इसरो अध्यक्ष » के सीवन
इसरो मुख्यालय » बेंगलुरु, कर्नाटक
इसरो की स्थापना » 15 अगस्त 1969
Study91 Special Current Affairs Fact →
भारत का कौन सा सैटेलाइट पाकिस्तान और चीन के साथ अपनी सीमाओं सहित उपमहाद्वीप की बेहतर निगरानी की अनुमति देगा » जीसैट - 1
हाल ही में किन देशों के मध्य नौसेना ने जायेद तलवार 2021 नामक अभ्यास किया » भारत-यूएई
भारत-चीन सीमा विवाद ले बाद दोनों देशों ने किस क्षेत्र से अपने सैनिकों को वापस बुला लिया है » पूर्वी लद्दाख
हाल ही में किन देशों के मध्य 12वें दौर की सैन्य स्तरीय वार्ता आयोजित की गयी » भारत - चीन
भारत-रूस के मध्य कौन सा संयुक्त सैन्य अभ्यास आयोजित होगा » एक्सर्साइज़ इंद्र 2021
हाल ही में त्रिपक्षीय टेबलटॉप अभ्यास "TTX-2021" में भाग लिया » भारत, श्रीलंका व मालदीव
हाल ही में अमेरिका ने कितने देशों को बाल सैनिकों को भर्ती करने वाले देशों की सूची में शामिल किया है » पाकिस्तान सहित 14 अन्य
DRDO ने नई पीढ़ी की परमाणु सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया जिसका नाम है » अग्नि पी
DRDO ने किस रॉकेट का सफल परीक्षण किया » पिनाका रॉकेट
भारत के किस पहले स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर को 2022 में कमीशन किया जायेगा » INS विक्रांत
Post your Comments