सुल्तान
रैयत ए आला
शाह ए ईमान
दीन इलाही
जब तैमूर ने भारत पर आक्रमण किया तो संभवतः खिज्र खां ने उसकी सहायता की और उसकी अधीनता स्वीकार कर ली। इससे प्रसन्न होकर भारत से वापस जाते समय तैमूर ने खिज्र खां को सुल्तान, दीपालपुर के सूबेदारी तथा ‘रैयत ए आला’ की उपाधि सौंप दी।
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