दानिश सिद्दीकी
मेघा राजगोपालन
त्सी त्सी डंगरबेंगा
जिशान ए लतीफ
जीशान ए लतीफ ने एनआरसी संघर्षों के दस्तावेजीकरण के लिए फोटो पत्रकारिता श्रेणी में रामनाथ गोयनका पुरस्कार जीता है।
उन्होंने अपने फोटो निबंध के लिए यह पुरस्कार जीता, जिसमें उन लोगों की दुर्दशा शामिल है, जिन्हें राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) में शामिल नहीं किया गया था। यह अक्टूबर 2019 में कारवां में प्रकाशित हुआ था।
एनआरसी द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार असम के लगभग 19 लाख निवासी भारत के नागरिक नहीं हैं।
जीशान ए लतीफ ने कई ऐसे लोगों से मुलाकात की जो एनआरसी प्रक्रिया को नहीं समझ पाए और उन्हें सूची के पहले दो मसौदे से बाहर कर दिया गया।
रामनाथ गोयनका पुरस्कार →
यह पत्रकारिता के क्षेत्र में 2006 से दिया जा रहा है।
यह रामनाथ गोयनका की याद में दिया जाता है।
यह प्रिंट पत्रकारिता के साथ-साथ प्रसारण पत्रकारिता के लिए दिया जाता है।
2019 में किए गए कार्यों के लिए रामनाथ गोयनका पुरस्कार विजेताओं की सूची →
हिंदी (प्रिंट) - आनंद चौधरी, दैनिक भास्कर
हिंदी (प्रसारण) - सुशील कुमार महापात्रा, एनडीटीवी इंडिया
Post your Comments