सावरकर
अजीत सिंह
प्रफुल्ल चाकी
बिपिन चंद्र पाल
30 अप्रैल को बम फेंकने से पहले तक खुदीराम बोस व प्रभुल्ल चाकी को शहर के सीनियर वकील चाकी को शहर के सीनियर वकील कालिका रंजन चटर्जी ने सलाह दी थी। चटर्जी महर्षि अरविन्दों के अनुशीलन समिति के सदस्य थे। जवाहर लाल रोड स्थित घिरनी पोखर के पास का वर्तमान भारत सेवा आश्रम है, उस समय यह चटर्जी का घर हुआ करता था। यहीं, खुदीराम व प्रफुल्ल बैठकर उनसे क्रांति विचार लिया करते थे।
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