वर्ष 2030
वर्ष 2025
वर्ष 2040
वर्ष 2032
आर्थिक सर्वेक्षण 2021-2022 के अनुसार, अक्षय ऊर्जा पर ज़ोर देने के बावजूद देश में कोयले की मांग वर्ष 2030 तक 1.3-1.5 बिलियन टन के दायरे में रहने की उम्मीद है।
यह वृद्धि 955.26 मिलियन टन की मौजूदा (2019-2020) मांग की 63 प्रतिशत है।
केंद्र सरकार ने कोयला खनन निजी क्षेत्र के लिये खोल दिया है और इसे अपने सबसे महत्त्वाकांक्षी कोयला क्षेत्र के सुधारों में से एक के रूप में दावा किया है।
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