फिरोज तुगलक ने गुलामों का एक अलग विभाग स्थापित किया
मुहम्मद बिन तुगलक के बाद दिल्ली की गद्दी पर उसके चाचा बैठै
अलाउद्दीन खिलजी ने पहले एक अलग आरिज विभाग स्थापित किया
बलबन ने अपनी सेना के घोड़ों को दागने की पद्धति शुरु की
फिरोजशाह तुगलक ने अपने गुलामों (दासों) के लिए एक नए विभाग ‘दीवान-ए-बंदगान’ की स्थापना की। उसके पास 1,80,000 गुलाम थी।
Post your Comments