नीलामणि फूकन
नारायण प्रधान
दामोदर मौजा
रामदरश मिश्रा
उपन्यासकार दामोदर मौजो को भारतीय साहित्य में उनके योगदान के लिए 57वें ज्ञानपीठ पुरस्कार 2022 के लिए चुना गया था। 77 वर्षीय लेखक को उनके "साहित्य में उत्कृष्ट योगदान" के लिए देश के सर्वोच्च साहित्यिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। असम के मुख्यमंत्री, डॉ हिमंत बिस्वा सरमा ने वर्ष 2021 के लिए देश का सर्वोच्च साहित्यिक पुरस्कार, 56 वां ज्ञानपीठ, असम के सबसे प्रसिद्ध कवियों में से एक, नीलामणि फूकन (Nilamani Phookan) को प्रस्तुत किया। नीलमणि फूकन ममोनी रोइसोम गोस्वामी और बीरेंद्र कुमार भट्टाचार्य के बाद असम से ज्ञानपीठ पुरस्कार जीतने वाले तीसरे व्यक्ति हैं। पुरस्कार में एक प्रशस्ति पत्र, एक शॉल और 11 लाख रुपये दिए गए।
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