8.4 प्रतिशत
8.7 प्रतिशत
7.7 प्रतिशत
8.2 प्रतिशत
जनवरी-मार्च 2021-22 में भारत की आर्थिक वृद्धि चार तिमाही के निचले स्तर 4.1 प्रतिशत पर आ गई, जो विनिर्माण क्षेत्र और संपर्क-गहन सेवाओं पर कोविड -19 महामारी की ओमाइक्रोन लहर के प्रभाव को दर्शाती है।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने पूरे वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए अपने साल-दर-साल सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि का अनुमान घटाकर 8.7% कर दिया, जो फरवरी में 8.9% अनुमानित था।
साल 2020-21 में अर्थव्यवस्था में 6.6 फीसदी की गिरावट आई है।
चौथी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में दर्ज 5.4 प्रतिशत से कम थी, लेकिन जनवरी-मार्च 2021 में अनुभव किए गए 2.5 प्रतिशत से अधिक थी।
जीडीपी वृद्धि का सबसे हालिया अनुमान 8.9% के दूसरे अग्रिम अनुमान (28 फरवरी को प्रकाशित) और 9.2% के पहले अग्रिम अनुमान (जनवरी में जारी) से कम है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के अनुसार, 2022-23 में भारत की जीडीपी विकास दर 7.2 प्रतिशत रहने की उम्मीद है।
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