भोटिया
खासी
संथाल
टोडा
मेघालय प्रांत की जनजाति में गारो, खासी जनजातियां झूमिंग कृषि करते हैं। इसको “sEASH & burn” कृषि भी कहते हैं। कुछ साल एक जगह पर कृषि करके जब उस जगह की उत्पादकता खत्म होने लगती है तो फिर सब कुछ लेकर अन्यत्र स्थान पर चले जाना।
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