तेलंगाना
तमिलनाडु
केरल
मध्यप्रदेश
टाटा पावर की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी टाटा पावर सोलर सिस्टम्स ने केरल के कायमकुलम में 350 एकड़ जल निकाय, बैकवाटर क्षेत्र में भारत की सबसे बड़ी तैरती सौर ऊर्जा परियोजना (India's largest floating solar power project) को शुरू करके एक उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है, जिसकी स्थापित क्षमता 101.6 मेगावाट पीक है।
यह परियोजना विद्युत खरीद करार श्रेणी (Power Purchase Agreement category) के माध्यम से फ्लोटिंग सोलर फोटोवोल्टिक (Floating Solar Photovoltaic (FSPV)) में पहली परियोजना है।
इस संयंत्र में 5 मेगावाट (मेगावाट) क्षमता वाला एक फ्लोटिंग इन्वर्टर प्लेटफॉर्म है।
तेलंगाना के रामागुंडम में 100 मेगावाट की क्षमता वाला भारत का सबसे बड़ा (उत्पादन क्षमता के मामले में) तैरता हुआ सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किया जाएगा।
ज्ञात हो कि 600 मेगावाट क्षमता वाला दुनिया का सबसे बड़ा तैरता हुआ सौर ऊर्जा संयंत्र मध्य प्रदेश में नर्मदा नदी पर ओंकारेश्वर बांध पर स्थापित किया जा रहा है।
3,000 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना के 2022-23 तक बिजली उत्पादन शुरू करने की संभावना है।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन (M K Stalin) ने 150.4 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित भारत के सबसे बड़े तैरते सौर ऊर्जा संयंत्र का उद्घाटन किया।
स्वच्छ ऊर्जा प्रदान करने के लिए तमिलनाडु के थूथुकुडी में दक्षिणी पेट्रोकेमिकल्स इंडस्ट्रीज कॉर्पोरेशन लिमिटेड (Southern Petrochemicals Industries Corporation Limited - SPIC) कारखाने में फ्लोटिंग प्लांट की स्थापना की गई है।
Post your Comments