बौद्ध
सूफी
शैव
वैष्णव
चैतन्य महाप्रभु वैष्णव धर्म के भक्ति योग के परम प्रचारक एवं भक्तिकाल के प्रमुख कवियों में से एक हैं। इन्होंने वैष्णव के गौड़ीय संप्रदाय के आधार शिला रखी। भजन गायकी की एक नई शैली को जन्म दिया तथा राजनैतिक स्थिरता के दिनों में हिंदू मुस्लिम एकता की सद्भावना को बल दिया।
Post your Comments