आऊवा
अजमेर
जयपुर
नीमच
1857 के विद्रोह के समय राजस्थान में जयपुर विद्रोह का केंद्र नहीं था। 1857 की क्रांति के समय जयपुर का महाराजा सवाई रामसिंह - II था। विद्रोह की योजना बनाने वाले बजारत खां व शादुल्ला खां ने जयपुर में षड़यंत्र रचा लेकिन समय से पूर्व पता चलने पर इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। रामसिंह - II को सितार-ए-हिन्द की उपाधि प्रदान की।
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