ब्रिटिश इतिहासकारों ने इसे स्वाधीनता का संग्राम कहा ।
इसने भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी की शासन प्रणाली को मृतप्राय बना दिया ।
यह क्रांति भारत में प्रशासनिक तंत्र को सुधारने हेतु की गई थी -
भारतीय इतिहासकारों ने इसे भारतीय विद्रोह के रुप में वर्णित किया है -
1857 ई. में विद्रोह के समाप्त होने के बाद ब्रिटिश संसद ने एक कानून पारित कर ईस्ट इंडिया कंपनी के अस्तित्व को समाप्त कर दिया और अब भारत पर शासन का पूरा अधिकार महारानी विक्टोरिया के हाथों में आ गया। इसके बाद ब्रिटिश सेना में भर्ती होने लगा जिसमें गोरखा, सिक्ख एवं पंजाबी उत्तर प्रांत से ज्यादा सिपाही को भर्ती किया गया।
Post your Comments