राजा राममोहन राय
रानाडे
स्वामी विवेकानंद
रामकृष्ण परमहंस
ज्ञान योग स्वज्ञान अर्थ स्वयं का जानकारी प्राप्त करने को कहते हैं। ये अपनी - अपनी परिवेश को अनुभव करने के माध्यम से समझना है। स्वामी विवेकानन्द के ज्ञानयोग सम्बंधित व्याख्यान, उपदेशों तथा लेखों को लिपिबद्ध कर ‘ज्ञानयोग’ पुस्तक में संकलित किया है। स्वामी विवेकानन्द द्वारा वेदान्त पर दिये गये भाषणों का संग्रह ‘ज्ञानयोग’ है।
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