मोहम्मद अली
अजीमुल्लाह
शौकत अली
अशफाकुल्लाह खां
आजादी की इस मतवाले सिपाही को अंग्रेजी हुकूमत ने काकोरी काण्ड के सिलसिले में 19 दिसम्बर, 1927 को फैजाबाद जेल में फांसी दे दी थी। हिन्दु- मुस्लिम एकता के प्रबल पक्षधर अशफाक खां समय- समय पर इस दिशा में रचनात्मक कार्य भी करते रहते थे। उनकी हार्दिक इच्छा थी कि क्रांतिकारी गतिविदियों में हिन्दु-मुस्लिम नवयुवक सक्रिय एवं साझा भूमिका निभाएं।
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