टाल्सटॉय से
रस्किन से
थोरो से
उपर्युक्त सभी से
गाँधीवादी विचारधारा महात्मा गाँधी द्वारा अपनाई और विकसित की गई उन धार्मिक सामाजिक विचारों का समूह जो उन्होंने पहली बार वर्ष 1893 से 1914 तक दक्षिण अफ्रीका में तथा उसके बाद फिर भारत में अपनाई थी। गाँधीवादी विचारधारा आदर्शवाद पर नहीं, बल्कि व्वायवहारिक आदर्शवाद पर जोर देती है। गाँधीजी ने इन विचारधराओं को विभिन्न प्रेरणादायक स्रोतों जैसे-भगवद्गीता, जैन धर्म, बौद्ध धर्म, बाइबल, गोपाल कृष्ण गोखले, टालस्टॉय, जॉन रस्किन, थोरो आदि से विकसित किया।
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