वर्ष के पानी का तेजी से बह जाना
वर्षा के पानी का शीघ्रता से भाप बनकर उड़ जाना
वर्षा का कुछ थोड़े ही महीनों में जोर हो
उपर्युक्त सभी
भारत में वर्षा का आधिपक्य होते हुए भी इसे प्यासी धरती समझा जाता है, क्योंकि यहाँ वर्षा कुछ ही महीने होती है। यद्यपि होती अच्छी है, परंतु मानसून सीजन जून से सितम्बर मानी गयी है इसी में ज्यादा बारिश होता है। यहाँ का तापमान भी उच्च रहता है, इसलिए यह पानी वाष्प जल्दी बनाता है। यहाँ पानी इकट्ठा होने का उचित इन्तजाम् न होने के कारण यह नदियों में मिलकर जल्दी बह जाती है।
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