मरुस्थलीय बालू
जलोढ
पन्द्जोल्लिक
लैटेराइट
लैटेराइट मृदा का रंग लाल होता है। परंतु यह लाल मृदा से अलग होता है। इसमें लौह ऑक्साइड तथा पोटाश की मात्रा अत्यधिक मिलती है। इसमें सिलिका की मात्रा कम पायी जायी है। यह लौह की अधिकता के कारण छोटे-छोटे अनुपजाऊ होती जा रही है।
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