भारतीय दंड संहिता की धारा 363 से
भारतीय दंड संहिता की धारा 364 ए से
भारतीय दंड संहिता की धारा 366 ए से
उपर्युक्त में से कोई नहीं
एस. वरदराजन बनाम मद्रास राज्य, 1965 S.C. का वाद भारतीय दंड संहिता की धारा 363 से संबंधित है। धारा 363 के अंतर्गत व्यपहरण के अपराध के लिए दंड का उपबंध करता है। व्यपहरण को धारा 359, 360 एवं 361 में परिभाषित किया गया है।
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