स्कन्दगुप्त
चन्द्रगुप्त द्वितीय
समुद्रगुप्त
कुमार गुप्त
गुप्त शासक समुद्रगुप्त को उसकी मुद्राओ परवीणा बजाते हुए दिखाया गया है जो उसके संगीत के प्रति प्रेम का सूचक है। इसे कविराज की उपाधि प्रदान की गई है। अपनी विजयों के पश्चात् समुद्रगुप्त ने अश्वमेध यज्ञ किया था तथा पृथिव्या प्रथम वीर की उपाधि ग्रहण की।
Post your Comments