महाराष्ट्र
पंजाब
मद्रास एवं असम
इनमें से कोई नहीं
महालवाड़ी व्यवस्था का सूत्रपात सर्वप्रथम हॉल्ट मैकेन्जी (1819 ई.) द्वारा किया गया। इस व्यवस्था में भूमि कर की इकाई कृषक का खेत नहीं अपितू ग्राम अथवा महाल होता था। इसके अन्तर्गत उत्तर प्रदेश, मध्य प्रान्त और पंजाब आदि क्षेत्र शामिल थे। महालवाड़ी व्यवस्था ब्रिटिश भारतक के 30% क्षेत्रों पर लागू थी। 1833 ई. में मार्टिन बर्ड द्वारा पहली बार लगान तय करने के लिए मानचित्रों तथा पंजियों का प्रयोग किया गया।
Post your Comments