नवीन धनवान व्यापारी
शिक्षित हिंदू मध्यम वर्ग
शिक्षित मुसलमान
कुलीन जमींदार
सर्वप्रथम पश्चिमी सभ्यता ने शिक्षित हिन्दू मध्यम वर्ग को प्रभावित किया। 19वीं सदी को भारत में धार्मिक एवं सामाजिक पुनर्जागरण की सदी माना गया। हीगल ने कहा है कि, पुनर्जागरण के बिना कोई भी धर्म सुधार सम्भव नहीं। आधुनिक सामाजिक- धार्मिक आन्दोलन, नवीन पाश्चात्य समतावाद, वैज्ञानिक मानसिकतावाद, तर्कवाद और मानवतावाद पर आधारित था।
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