बंकिमचन्द्र चटर्जी
रामकृष्ण परमहंस
राजा राममोहन राय
स्वामी विवेकानन्द
नव हिन्दूवाद के सर्वश्रेष्ठ प्रतिनिधि स्वामी विवेकानन्द को माना जाता है, इन्होंने 1863 से 1902 ई. तक रामकृष्ण परमहंस की शिक्षाओं को साकार करने तथा उसका प्रचार-प्रसार करने तथा भारतीय दर्शन का साधारण भाषा में वर्णन करने का श्रेय जाता है। 1893 ई. में वे शिकागो गए जहाँ उन्होंने विश्व धर्म संसद में भारत की ओर से सनातन धर्म की व्याख्या की।
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