श्रीकर प्रसाद
अभिषेक सिंह
जावद पायेंग
इनमें से कोई नहीं
ये असम से पर्यावरण कार्यकर्ता और वन कार्यकर्ता हैं। इनको Forest Man के नाम से भी जाना जाता है। जाधव को इससे पहले पद्मश्री से भी सम्मानित किया जा चुका है। जावद पायेंग ने अपनी कड़ी मेहनत के दम पर ब्रह्मपुत्र नदी किनारे मिट्टी और कीचड़ से भरी जमीन को हरा-भरा कर जंगल में बदल दिया। यह जंगल असम के माजुली द्वीप पर स्थित है। जंगल का नामकरण भी अब उनके नाम पर ‘मोलाई जंगल’ रखा गया है जो 1360 एकड़ में है। स्वामी विवेकानंद स्मृति कर्मयोगी पुरस्कार ‘माय होम इंडिया’ संस्था द्वारा पूर्वोत्तर भारत के महान हस्तियों को प्रदान किया जाता है। इस पुरस्कार में 1 लाख रूपये राशि और ट्रॉफी दी जाती है।
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