कान्हा राष्ट्रीय उद्यान
राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य
बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान
सुंदरवन बाघ अभयारण्य
इस अभ्यारण्य में गंगा डॉल्फ़िन और गंभीर रूप से लुप्तप्राय घड़ियाल पाए जाते हैं। इस प्रजाति के लगभग 75 प्रतिशत घड़ियाल इस अभ्यारण्य में पाए जाते हैं। यह इनका प्राकृतिक आवास माना जाता है। इको-सेंसिटिव ज़ोन घोषित होने पर यहाँ किसी प्रकार की कमर्शियल गतिविधि नहीं की जाएगी। यह सेंच्यूरी चंबल नदी के आस-पास राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में फैला हुआ है। इको-सेंसिटिव जोन या पारिस्थितिक रूप से नाजुक क्षेत्र संरक्षित क्षेत्रों, राष्ट्रीय उद्यानों तथा वन्यजीव अभयारण्यों के आसपास दस किलोमीटर के भीतर के क्षेत्र हैं। इको सेंसिटिव जोन को भारत सरकार द्वारा पर्यावरण संरक्षण एक्ट 1986 के अंतर्गत अधिसूचित किया जाता है।
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