निर्यात को बढ़ा कर
मुद्रा के प्रवाह को बढ़ा कर
सरकारी खर्च को बढ़ा कर
मुद्रा के प्रवाह को घटा कर
बढ़ती हुई मुद्रास्फीति को मुद्रा की आपूर्ति को कम करके नियंत्रित किया जा सकता है, इसके लिए मौद्रिक साधनों, जैसे- सी. आर. आर., बैंक दर, रेपो दर आदि का प्रयोग किया जाता है। यह कार्य रिजर्व बैंक द्वारा किया जाता है। भारत में मुद्रास्फीति का वार्षिक लक्ष्य 4% निर्धारित किया गया है, जिसे उर्जित पटेल समिति की अनुशंसा के आधार परअपनाया गया है।
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