हेलीकॉप्टर मनी
ब्लड मनी
प्लास्टिक मनी
वर्चुअल मनी
जब किसी देश की अर्थव्यवस्था खराब हो जाती है तो उस देश का केन्द्रीय बैंक (भारत में भारतीय रिजर्व बैंक - RBI) बड़े पैमाने पर नोटों की छपाई कर सरकार को देता है। सरकार को यह राशि सेंट्रल बैंक को लौटना नहीं पड़ता है। इस राशि की मदद से मनी सप्लाई बढ़ जाती है जिससे मांग और महंगाई में तेजी आ जाती है। अमेरिकन इकनॉमिस्ट मिल्टन फ्राइडमेन ने इस प्रक्रिया को हेलिकॉप्टर मनी का नाम दिया था। हेलीकॉप्टर मनी की तरह क्वांटिटेटिव ईजिग में भी केंद्रीय बैंक नोटों की छपाई करता है लेकिन वह इस राशि से सरकारी बॉन्ड खरीदकर सरकार को पैसा देता है। सरकार को बाद में यह राशि केंद्रीय बैंक को लौटना होता है।
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