केवल A और B सही है
केवल A और C सही है
केवल B और C सही है
इनमें से कोई नहीं
144 वर्षों में पहली बार जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने COVID-19 महामारी के मद्देनज़र प्रदेश में जम्मू से श्रीनगर में राजधानी के वार्षिक हस्तांतरण को रोकने का निर्णय लिया है। 148 वर्ष पहले शुरू हुई इस प्रक्रिया को ‘दरबार मूव’ के नाम से जाना जाता है। COVID-19 महामारी के मद्देनज़र जम्मू में सिविल सचिवालय कार्यशील रहेगा और ‘दरबार मूव’ के तहत आने वाले कर्मचारी ‘जैसा है, जहाँ है’ आधार पर कार्य करेंगे। इसके अलावा श्रीनगर नगर निगम को श्रीनगर में सिविल सचिवालय में व्यापक स्वच्छता अभियान चलाने के लिये निर्देश दिया गया है, जहाँ 4 मई को 6 महीने पश्चात् कार्यालय खुलेंगे। जम्मू-कश्मीर में राजधानी हस्तांतरण अथवा ‘दरबार मूव’ की प्रक्रिया तकरीबन 148 वर्ष पुरानी है, जिसकी शुरुआत वर्ष 1872 में डोगरा शासक महाराजा रणबीर सिंह (1856 से 1885 तक) द्वारा बेहतर प्रशासनिक व्यवस्था स्थापित करने के उद्देश्य से की गई थी। डोगरा शासक महाराजा रणबीर सिंह द्वारा शुरू की गई इस प्रथा के अनुसार, महाराजा का दरबार 6 महीनों के लिये श्रीनगर में लगता था और 6 महीनों के लिये जम्मू में। प्रत्येक 6 माह में सभी दस्तावेज़ स्थानांतरित न किये जाएँ, इससे हस्तांतरण पर आने वाले खर्च को कम किया जा सकेगा। वर्तमान में वर्ष में 2 बार ‘दरबार मूव’ की प्रकिया पर लगभग 600 करोड़ रुपए का खर्च आता है।
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