हाल ही में 'अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी' ने वैश्विक ऊर्जा मांग और CO2 उत्सर्जन पर ‘वन्स-इन-ए-सेंचुरी क्राइसिस’ नामक रिपोर्ट जारी की है, इसके आधार पर निम्न कथनों की पुष्टि कीजिये - A. इस रिपोर्ट के अनुसार, लॉकडाउन के कारण प्रति सप्ताह ऊर्जा की मांग में औसतन 25% तक गिरावट देखी जा रही है। B. भारत में लॉकडाउन के परिणामस्वरूप ऊर्जा मांग में 30% से अधिक की कमी देखी गई। C. वर्ष 2020 में COVID- 19 महामारी के कारण वैश्विक ऊर्जा की मांग में वर्ष 2008 के वित्तीय संकट की तुलना में सात गुना अधिक तक कमी देखी जा सकती है।

  • 1

    A और B सही है

  • 2

    B और C सही है

  • 3

    A और C सही है

  • 4

    A, B, और C तीनों सही है

Answer:- 4
Explanation:-

भारत की ऊर्जा मांग में 30% से अधिक की कमी देखी है तथा लॉकडाउन को आगे बढ़ाने पर, प्रति सप्ताह के साथ ऊर्जा मांग में 0.6% की गिरावट हो सकती है।वैश्विक CO2 उत्सर्जन में, वैश्विक ऊर्जा मांग की तुलना में अधिक गिरावट हुई। वर्ष 2020 की पहली तिमाही में कार्बन उत्सर्जन वर्ष 2019 की तुलना में पाँच प्रतिशत कम रहा। वैश्विक ईंधन मांग पर प्रभाव : वर्ष 2020 में तेल की कीमतों में औसतन 9% या इससे अधिक की गिरावट हुई है तथा तेल की खपत वर्ष 2012 के स्तर पर पहुँच सकती है। कोयले की मांग में 8% तक की कमी हो सकती है, क्योंकि बिजली की मांग में लगभग 5% कमी देखी जा सकती है। बिजली और औद्योगिक कार्यों में गैस की मांग कम होने से वर्ष 2020 की पहली तिमाही की तुलना में आने वाली तिमाही में और अधिक गिरावट देखी जा सकती है। परिचालन लागत कम होने तथा बिजली की आसान पहुँच को लॉकडाउन के दौरान तरजीह देने के कारण नवीकरणीय ऊर्जा मांग बढ़ने की उम्मीद है। अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (IEA) एक स्वायत्त संगठन है जिसके वर्तमान में 30 सदस्य देश तथा 8 सहयोगी देश है। इसकी स्थापना (वर्ष 1974 में) वर्ष 1973 के तेल संकट के बाद हुई थी।

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