ब्लादिमीर पुतिन
शी जिनपिंग
नरेंद्र मोदी
इल्हाम अलीवेव
वह अजरबैजान के प्रेसिडेंट हैं और गुट निरपेक्ष आंदोलन के मौजूदा चेयरमैन भी हैं। अजरबैजान पूर्वी यूरोप और एशिया के बीच एक देश है। कोविड-19 के मद्देनजर, यह बैठक इल्हाम अलीवेव की पहल पर आयोजित की गई थी। पहली बार मोदी शामिल हुए - आमतौर पर पीएम मोदी, गुटनिरपेक्ष आंदोलन के समिट में हिस्सा नहीं लेते हैं। पहली बार वह इस बैठक में शामिल हुए, इसलिए यह इंपॉटेंट ईवेंट है। गुट निरपेक्ष आंदोलन क्या है ? गुटनिरपेक्ष आंदोलन (NON-ALIGNED MOVEMENT, NAM) राष्ट्रों की एक अंतराराष्ट्रीय संस्था है। इन देशों ने तय किया था है, कि विश्व के वे किसी भी पावर ब्लॉक के संग या विरोध में नहीं रहेंगे। यह आंदोलन भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू, मिस्र के पूर्व राष्ट्रपति गमाल अब्दुल नासर और युगोस्लाविया के राष्ट्रपति जोसिप ब्रॉज टीटो ने शुरू किया था। इसकी स्थापना अप्रैल 1961 में हुई थी। UN के बाद सबसे बड़ा संगठन - संयुक्त राष्ट्र संघ (UN) के बाद देश की सदस्यता के मामले में NAM विश्व स्तर पर दूसरा सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म है। वर्तमान में अब तक इस संगठन के 120 सदस्य और 17 पर्यवेक्षक देश हैं। खासकर इसमें तृतीय विश्व यानि विकासशील देश सदस्य हैं।
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