रेपो रेट में 0.40% की कटौती के बाद अब रेपो रेट 4.40 प्रतिशत से घटकर 4 प्रतिशत हो गया।
रिवर्स रेपो रेट 3.75 प्रतिशत से घटकर 3.35 प्रतिशत हो जायेगा।
बैंक रेट 4.65% है।
तीनों सही है।
RBI गवर्नर- शक्तिकांत दास रेपो रेट – 4 % रिवर्स रेपो रेट – 3.35% बैंक रेट- 4.65% फॉरेन रिजर्व - 487 बिलियन डॉलर रेपो रेट - रेपो रेट वह दर होती है जिस पर बैंकों को आरबीआई कर्ज देता है। बैंक इस कर्ज से ग्राहकों को ऋण देते हैं। रेपो रेट कम होने से मतलब है कि बैंक से मिलने वाले कई तरह के कर्ज सस्ते हो जाएंगे, जैसे कि होम लोन, व्हीकल लोन वगैरह। रिवर्स रेपो रेट - जैसा इसके नाम से ही साफ है, यह रेपो रेट से उलटा होता है। यह वह दर होती है जिस पर बैंकों को उनकी ओर से आरबीआई में जमा धन पर ब्याज मिलता है। रिवर्स रेपो रेट बाजारों में नकदी की तरलता को नियंत्रित करने में काम आती है। बाजार में जब भी बहुत ज्यादा नकदी दिखाई देती है, आरबीआई रिवर्स रेपो रेट बढ़ा देता है, ताकि बैंक ज्यादा ब्याज कमाने के लिए अपनी रकमे उसके पास जमा करा दे।
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