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शास्त्रीय संगीत
79 वर्षीय श्यामला जी ने बंगलुरु में अपनी आखिरी सांस ली। वो हिंदुस्तानी के साथ ही कर्नाटक संगीत में भी पारंगत थीं। उन्हें ‘उभय गान विदुषी’ से सम्मानित किया गया था। उन्होंने भारत के पहले संस्कृत धारावाहिक "कादम्बरी" का संगीत भी तैयार किया था। इसके अलावा उन्होंने 1997 से 2001 तक कर्नाटक संगीता नृ्त्य अकादमी में भी काम किया था। कर्नाटक राज्योत्सव पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था।
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