A और B सही है
B और C सही है
A और C सही है
A, B और C सही है
G-7 में INDIA, रसिया, साउथ कोरिया और ऑस्ट्रेलिया को शामिल करके G-7 का एक्सपेंशन करना चाहिए। इसलिए अब यह समिट सितंबर 2020 में होगी। G7 : Canada, France, Germany, Italy, Japan, the United Kingdom and the United States 2 जून को कनाडा के PM जस्टिस ट्रूडो ने कहा है कि ‘कुछ साल पहले (2014 में) क्रीमिया पर चढ़ाई के बाद रूस को जी-7 से निकाल दिया गया था। वह अभी भी अंतर्राष्ट्रीय नियमों और मानकों के प्रति असम्मान और अकड़ जारी रखे हुए है। इसीलिए वह जी-7 से बाहर है और बाहर ही बना रहेगा। ब्रिटेन ने क्या कहा ? ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के प्रवक्ता ने कहा, ‘हम देखेंगे कि अमेरिका क्या प्रस्ताव करता है। यह रिवाज है कि जो देश जी-7 की अध्यक्षता करता है वह सम्मेलन में मेहमान के तौर पर कुछ अन्य नेताओं को आमंत्रित करता है। वह रूस को समूह में फिर से शामिल होने की अनुमति देने के किसी भी प्रस्ताव को वीटो करेंगे। रूस ने चीन को शामिल करने का संदेश दिया ? रसियन न्यूज एजेंसी के अनुसार रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि G-7 का विस्तार करना अच्छा है, लेकिन इसमें चीन की मौजूदगी भी जरूरी है। चीन के बिना समूह की गंभीर वैश्विक पहलों को लागू करना मुश्किल है।
G-7 में INDIA, रसिया, साउथ कोरिया और ऑस्ट्रेलिया को शामिल करके G-7 का एक्सपेंशन करना चाहिए।
इसलिए अब यह समिट सितंबर 2020 में होगी।
G7 :
Canada, France, Germany, Italy, Japan, the United Kingdom and the United States
2 जून को कनाडा के PM जस्टिस ट्रूडो ने कहा है कि ‘कुछ साल पहले (2014 में) क्रीमिया पर चढ़ाई के बाद रूस को जी-7 से निकाल दिया गया था।
वह अभी भी अंतर्राष्ट्रीय नियमों और मानकों के प्रति असम्मान और अकड़ जारी रखे हुए है।
इसीलिए वह जी-7 से बाहर है और बाहर ही बना रहेगा।
ब्रिटेन ने क्या कहा ?
ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के प्रवक्ता ने कहा, ‘हम देखेंगे कि अमेरिका क्या प्रस्ताव करता है।
यह रिवाज है कि जो देश जी-7 की अध्यक्षता करता है वह सम्मेलन में मेहमान के तौर पर कुछ अन्य नेताओं को आमंत्रित करता है।
वह रूस को समूह में फिर से शामिल होने की अनुमति देने के किसी भी प्रस्ताव को वीटो करेंगे।
रूस ने चीन को शामिल करने का संदेश दिया ?
रसियन न्यूज एजेंसी के अनुसार रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि G-7 का विस्तार करना अच्छा है, लेकिन इसमें चीन की मौजूदगी भी जरूरी है।
चीन के बिना समूह की गंभीर वैश्विक पहलों को लागू करना मुश्किल है।
", "dateCreated": "6/4/2020 12:00:00 AM", "author": { "@type": "Person", "name": "Nitin Sir" } }, "suggestedAnswer": { "@type": "Answer", "text": "G-7 में INDIA, रसिया, साउथ कोरिया और ऑस्ट्रेलिया को शामिल करके G-7 का एक्सपेंशन करना चाहिए।
इसलिए अब यह समिट सितंबर 2020 में होगी।
G7 :
Canada, France, Germany, Italy, Japan, the United Kingdom and the United States
2 जून को कनाडा के PM जस्टिस ट्रूडो ने कहा है कि ‘कुछ साल पहले (2014 में) क्रीमिया पर चढ़ाई के बाद रूस को जी-7 से निकाल दिया गया था।
वह अभी भी अंतर्राष्ट्रीय नियमों और मानकों के प्रति असम्मान और अकड़ जारी रखे हुए है।
इसीलिए वह जी-7 से बाहर है और बाहर ही बना रहेगा।
ब्रिटेन ने क्या कहा ?
ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के प्रवक्ता ने कहा, ‘हम देखेंगे कि अमेरिका क्या प्रस्ताव करता है।
यह रिवाज है कि जो देश जी-7 की अध्यक्षता करता है वह सम्मेलन में मेहमान के तौर पर कुछ अन्य नेताओं को आमंत्रित करता है।
वह रूस को समूह में फिर से शामिल होने की अनुमति देने के किसी भी प्रस्ताव को वीटो करेंगे।
रूस ने चीन को शामिल करने का संदेश दिया ?
रसियन न्यूज एजेंसी के अनुसार रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि G-7 का विस्तार करना अच्छा है, लेकिन इसमें चीन की मौजूदगी भी जरूरी है।
चीन के बिना समूह की गंभीर वैश्विक पहलों को लागू करना मुश्किल है।
", "dateCreated": "6/4/2020 12:00:00 AM" } }
Post your Comments