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FATF ने अपनी वर्चुअल बैठक में 24 जून को ये फैसला लिया है। FATF के मुताबिक पाकिस्तान लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद को धन उपलब्ध होने पर अंकुश लगाने में विफल रहा है, साथ ही पाकिस्तान को 27 सूत्रीय कार्य योजना दी थी, लेकिन वह भी पूरा करने में पाकिस्तान असफल रहा। वर्ष 2018 में पाकिस्तान को ग्रे सूची में डाला था। क्या है, FATF Financial Action Task Force फोर्स यानी वित्तीय कार्रवाई कार्यबल एक अंतर-सरकारी निकाय है। इसकी स्थापना 1989 में हुई थी। इस उद्देश्य आतंकवाद के लिए हो रहे फंडिंग को रोकना है और इसके लिए नीति बनाना है।
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