एक्सीलेरेट विज्ञान
सूक्ष्म विज्ञान
जलवायु विज्ञान
प्रद्योगिकी विज्ञान
देश में वैज्ञानिक शोध को बढ़ावा देने के लिये 'विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग' के तहत सांविधिक निकाय 'विज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड' द्वारा ‘एक्सीलेरेट विज्ञान’ योजना की शुरुआत की गई है। योजना का मुख्य उद्देश्य वैज्ञानिक अनुसंधान को प्रोत्साहित करना और वैज्ञानिक श्रमशक्ति तैयार करना है, ताकि अनुसंधान-आधारित करियर और ज्ञान-आधारित अर्थव्यवस्था का निर्माण हो सके। ‘एक्सीलेरेट विज्ञान’ योजना के 2 प्रमुख घटक हैं: 1. ‘अभ्यास‘घटक: इसका लक्ष्य स्नातकोत्तर एवं पीएचडी के छात्रों को उनके संबंधित विषयों में कौशल विकास को प्रोत्साहित करना है। इस कार्यक्रम के दो उप-घटक ‘कार्यशाला’ (हाई-एंड वर्कशॉप) और ‘वृत्तिका’ (रिसर्च इंटर्नशिप कार्यक्रम )हैं | 2. सम्मोहन घटक: 'सम्मोहन' घटक कार्यक्रम के 2 उप-घटक संयोजिका और संगोष्ठी हैं। संयोजिका का उद्देश्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में क्षमता निर्माण गतिविधियों को सूचीबद्ध करना है। संगोष्ठी पूर्व में संचालित किया जा रहा कार्यक्रम है।
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