हालोआर्चिआ जीवाणु
थिओस्पोर जीवाणु
हेक्लिक जीवाणु
इनमें से कोई नही
पुणे स्थित ‘आगरकर अनुसंधान संस्थान’ द्वारा की गई जाँच में पाया गया है कि महाराष्ट्र स्थित लोनार झील के पानी का रंग हालोआर्चिआ नामक सूक्ष्म जीवों की उपस्थिति के कारण गुलाबी हो गया है। ‘हालोआर्चिया’ या ‘हालोफिलिक आर्चिया’ एक ऐसा जीवाणु होता है जो गुलाबी रंग पैदा करता है और खारे पानी में पाया जाता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि वर्षा की अनुपस्थिति, कम मानवीय हस्तक्षेप और उच्च तापमान के परिणामस्वरूप जल का वाष्पीकरण हुआ जिससे लोनार झील की लवणता एवं पीएच (PH) में वृद्धि हुई। लोनार झील महाराष्ट्र के बुलढाणा ज़िले के लोनार में स्थित एक क्रेटर झील है और इसका निर्माण प्लीस्टोसीन काल में उल्कापिंड के गिरने से हुआ था जो 1.85 किमी. के व्यास एवं 500 फीट की गहराई के साथ बेसाल्टिक चट्टानों से निर्मित है। इस झील का पानी खारा एवं क्षारीय दोनों है।
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