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हालात इतने खराब है कि, संयुक्त राष्ट्र ने विद्रोही सैनिकों से अपील की है कि वे बिना शर्त राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को रिहा करें. अब दोनों ने पद से इस्तीफा दे दिया है। माली में राष्ट्रपति इब्राहिम बाउबकर कीता के खिलाफ लंबे समय से प्रदर्शन हो रहा था, प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति से पद से हटने की मांग कर रहे थे। 18 अगस्त 2020 को माली की कैपिटल बामाको में विद्रोही सैनिक आर्म्स डिपो (शस्त्रागार) में घुस गए और हथियारों पर कब्जा कर लिया। इसके बाद सीनियर मिलिटरी ऑफिसर्स को भी बंधक बना लिया। देखते- ही देखते सैनिकों ने पहले प्रधानमंत्री बाउबो सिसे के घर को घेरा और फिर प्रेसिडेंट इब्राहिम बाउबकर कीता के घर को। सैनिकों ने दोनों से इस्तीफा भी ले लिया। इससे पहले भी वर्ष 2012 में सैन्य तख्तापलट हो चका है। इधर संयुक्त राष्ट्र ने विद्रोही सैनिकों से अपील की है कि वे बिना शर्त राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को रिहा करें।
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