हॉर्नबिल उत्सव
मोआत्सो उत्सव
अम्बुबाची उत्सव
ओणम उत्सव से
पुलिक्कली या टाइगर डांस केरल के त्रिशूर में मनाये जाने वाले ओणम उत्सव का एक अनिवार्य हिस्सा है। पुलिक्कली में कुछ विशेष लोग अपने शरीर पर चमकीले पीले एवं काले रंग से शेर की आकृति को चित्रित करके ड्रम एवं तीव्र म्यूज़िक के साथ शहर के चारों ओर घूमते हैं। COVID-19 के मद्देनज़र इस बार ये उत्सव ऑनलाइन आयोजित किये जाएंगे। त्रिशूर शहर को कई पारंपरिक त्योहारों एवं ऐतिहासिक मंदिरों के कारण केरल की सांस्कृतिक राजधानी के रूप में जाना जाता है। ओणम दक्षिण भारत, विशेषकर केरल का सबसे लोकप्रिय पर्व ओणम प्रायः सितंबर माह के पहले पखवाड़े में मनाया जाता है। यह राज्य का कृषि पर्व कहलाता है तथा इसे मुख्य तौर पर मलयाली हिंदू मनाते हैं। ओणम मलयालम कैलेंडर के पहले महीने ‘चिंगम’ से शुरू होता है, इसलिये इसे मलयाली हिंदुओं का नववर्ष भी कहा जाता है। लगभग 10-12 दिन तक चलने वाले इस उत्सव का पहला और आखिरी दिन सबसे महत्त्वपूर्ण होता है। पर 26 पकवानों वाले सद्या को केले के पत्ते पर खास तरीके व क्रम में परोसा जाता है, जिसे सद्या थाली कहते हैं।
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