घूर्णन
तरंगदैर्घ्य
आयाम
आवेग
कंपन करता हुआ कोई पिंड अपनी माध्य स्थिति से अधिकतम जितना विस्थापित होता है, उसे 'आयाम' कहते हैं। एक कंपन पूरा करने में लगा समय 'आवर्तकाल' कहा जाता है। एक आवर्तकाल में तरंग द्वारा चली गई दूरी को 'तरंगदैर्घ्य' कहते हैं। एक सेकंड में जितने कंपन होते हैं, उसे 'आवृत्ति' कहते हैं।
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