विरेन्द्र कुमार पटेल
साक्षी दूबे
रोमिला थापर
ओम प्रभात वर्मा
इतिहासकार रोमिला थापर द्वारा लिखी गई “Voices of Dissent” नामक एक नई पुस्तक पेंगुइन रैंडम हाउस इंडिया और सींगल बुक्स द्वारा संयुक्त रूप से प्रकाशित की जाएगी। इस पुस्तक को अक्टूबर 2020 में प्रकाशित किया जाना है। यह पुस्तक एक ऐतिहासिक निबंध है जो नागरिकता कानून और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर के खिलाफ भारत में हालिया विरोध पर केंद्रित होने के साथ-साथ इसकी अभिव्यक्ति और इसके रूपों पर सार्वजनिक प्रतिक्रिया सहित असंतोष के बारे बताती है। रोमिला थापर लखनऊ, उत्तर प्रदेश की रहने वाली हैं। उनके कामों में A History of India (1966), Interpreting Early India (1992), Early India: From the Origin to AD 1300 (2003) शामिल हैं। उन्हें दिसंबर 2008 में Kluge Prize दिया गया। उन्हें 2005 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था, जिसे लेने से उन्होंने इंकार कर दिया था, जिसमे उन्होंने कहा कि वो किसी भी "राष्ट्रीय पुरस्कार" को स्वीकार नहीं करने का संकल्प लिये है।
nice