महिन्द्रा टेक
टेस्ला टेक्नोलॉजी
रॉल्स रॉयस टेक्नोलॉजी
केपीआइटी टेक्नोलॉजी
वायु प्रदूषण और ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन को कम करने को लेकर तेज़ होती मांग के बीच भारत को इस दिशा में एक बड़ी सफलता मिली है। वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (Council of Scientific and Industrial Research-CSIR) और केपीआइटी टेक्नोलॉजी (KPIT Technologies) ने हाइड्रोजन ईंधन सेल से देश की पहली प्रोटोटाइप कार चलाने का सफल परीक्षण किया है। हाइड्रोजन ईंधन सेल पूरी तरह से देश में ही विकसित ईंधन सेल स्टैक पर आधारित है। ईंधन सेल स्टैक से मतलब विद्युत ऊर्जा पैदा करने वाली बैटरियों से है, जिन्हें एकत्र करने के लिये अधिक जगह की ज़रूरत नहीं पड़ती। इसे सात सीटों वाली कार में आसानी से फिट किया जा सकता है। इस ईंधन सेल तकनीक की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह सिर्फ पानी का उत्सर्जन करती है, इस तरह अन्य वायु प्रदूषकों के साथ ही हानिकारक ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन में भी कटौती करती है। यह तकनीक 65-75 डिग्री सेल्सियस तापमान पर भी काम करती है जो वाहन चलाने के वक्त पैदा होने वाली गर्मी सहन कर सकती है।
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